वोट डालने से वंचित शफीउल्लाह ने वे अरब देश कतर में कार्य करते हैं और हर साल चिरमिरी आते हैं। विधानसभा के मद्देनजर अपना अमूल्य वोट डालने पहुंचे, लेकिन मतदाता सूची में उनका नाम नहीं था। जबकि उनको मतदाता परिचय पत्र बनाकर दिया गया है। पिछले कई वर्षों से लगातार मतदान में भाग ले रहे हैं और बड़े उत्साह से इस वर्ष भी मतदान करने चिरमिरी पहुंचे थे।
उन्होंने मतदाता सूची से उनका नाम खारिज कर दिया गया है। इससे बीएलओ असगर इमाम से बात की। इस दौरान बीएलओ ने बूथ बदलाव, विस्थापन और मतदाताओं का नाम इधर से उधर होने की जानकारी दी। वहीं नाम जुडऩे के लिए नई प्रक्रिया में शामिल होने की बात कही है।
8 महीने अस्पताल में भर्ती और 50 दिन कोमा में फिर भी डाला वोट
बैकुंठपुर के स्कूलपारा आंगनबाड़ी केन्द्र में 8 महीने तक अस्पताल में भर्ती होकर इलाज कराने व 50 दिन तक कोमा में रहने वाले युवक ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
युवक हिमांशु मिश्रा के परिजन ने बताया कि 14 मार्च को सड़क दुर्घटना में उसके सिर में गंभीर चोट लगी थी। इससे उसके सिर का ऑपरेशन कराया गया और वह 50 दिन तक कोमा में चला गया था।
मार्च से जून तक युवक हॉस्पिटल में ही भर्ती था और अभी भी पूरी तरह से स्वस्थ नहीं हो सका है। मानसिक रूप से वह पूरी तरह से परिपक्व नही हो सका है। उसके बावजूद उसने अपने मत का प्रयोग किया। उसने मतदान करने की जिद लगा रखी थी और मतदान तिथि को परिजन उसे मतदान केन्द्र लेकर पहुंचे।