पिता के साथ उसकी दूसरी पुत्री भी साथ थी। छोटी बेटी की मौत से उसका रो-रोकर बुरा हाल हो गया। इधर पुलिस शिकायत दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
मनेंद्रगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम डोला निवासी गोपाल फरकसे अपनी बिटिया वेदिका (10) के पैर में गिलठी (गांठ) होने की शिकायत पर 5 सितंबर को आमाखेरवा मार्ग स्थित डॉ. एसपी गुरिया के पास माइनर ऑपरेशन कराने आया था। ऑपरेशन करने के बाद छुट्टी कर दी गई थी।
मनेंद्रगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम डोला निवासी गोपाल फरकसे अपनी बिटिया वेदिका (10) के पैर में गिलठी (गांठ) होने की शिकायत पर 5 सितंबर को आमाखेरवा मार्ग स्थित डॉ. एसपी गुरिया के पास माइनर ऑपरेशन कराने आया था। ऑपरेशन करने के बाद छुट्टी कर दी गई थी।
परिजनों का आरोप है कि ऑपरेशन के बाद चिकित्सक ने बच्ची को हाइडोज इंजेक्शन व दवाइयां दी। इससे बालिका को उल्टी व दस्त शुरू हो गया। इस बीच मृतका की बहनों ने डॉक्टर से दूरभाष पर इलाज करने कॉल किया, लेकिन चिकित्सक ने कॉल रिसीव नहीं किया।
इसके बाद पिता व बहनें 7 सितंबर को लगभग 12 बजे उक्त चिकित्सक के पास बालिका को लेकर पहुंचे थे। इस दौरान डॉक्टर द्वारा प्रारंभिक तौर पर इंजेक्शन व दवाइयां दी गईं। जैसे ही इंजेक्शन व दवाइयां दी, बालिका की स्थिति और बिगडऩे लगी। इसके बाद डॉक्टर द्वारा बालिका को किसी नर्सिंग होम, सेंट्रल हॉस्पिटल में भर्ती कराने की बात कही गई।
इसी बीच बालिका ने दम तोड़ दिया। इससे परिजनों ने चिकित्सक के निवास में काफी देर तक जमकर हंगामा किया। उसके बाद ऑटो में मृतका के शव (Corpse in auto) को लेकर थाने शिकायत करने पहुंचे।
मामले में पुलिस ने जांच प्रारंभ शुरु की। पुलिस ने पीएम पश्चात शव परिजन को सौंप दिया है। इस घटना से मृतका की बहनों और पिता का रो-रो कर बुरा हाल है।
उल्टी-दस्त के कारण तबियत ज्यादा थी खराब
5 सितंबर को बालिका को लेकर आए थे, उसका माइनर ऑपरेशन कर छुट्टी कर दी थी। ७ सितंबर को बच्ची को उल्टी-दस्त की शिकायत होने पर दोबारा लाए थे, उसे हमने नर्सिंग होम या सेंट्रल हॉस्पिटल में भर्ती कराने सलाह दी थी, क्योंकि उल्टी-दस्त के कारण बच्ची की तबीयत अधिक खराब थी।
डॉ. एसपी गुरिया, डॉक्टर, आमाखेरवा मार्ग मनेंद्रगढ़
उल्टी-दस्त के कारण तबियत ज्यादा थी खराब
5 सितंबर को बालिका को लेकर आए थे, उसका माइनर ऑपरेशन कर छुट्टी कर दी थी। ७ सितंबर को बच्ची को उल्टी-दस्त की शिकायत होने पर दोबारा लाए थे, उसे हमने नर्सिंग होम या सेंट्रल हॉस्पिटल में भर्ती कराने सलाह दी थी, क्योंकि उल्टी-दस्त के कारण बच्ची की तबीयत अधिक खराब थी।
डॉ. एसपी गुरिया, डॉक्टर, आमाखेरवा मार्ग मनेंद्रगढ़