इस दौरान उन्होंने किसानों की बातें सुनीं। पूर्व मंत्री ने मोबाइल पर अधिकारियों से चर्चा कर मौके पर आकर उच्चाधिकारियों को बताने की बात कही। फिर उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि किसानों का धान आज नहीं खरीदा गया तो धान के स्टॉक में आग लगवाकर चले जाएंगे। 15 साल में ऐसी स्थिति निर्मित नहीं हुई थी।
समर्थन मूल्य पर धान खरीदी करने 20 फरवरी अंतिम तिथि निर्धारित की गई है। इस कारण एक दिन पहले बड़ी संख्या में किसान समितियों में धान का टोकन कटवाने पहुंचे। इस दौरान बारदाने की कमी का हवाला देकर टोकन काटने से इंकार करने वाली जिल्दा व माड़ीसरई समिति के सामने चक्काजाम कर दिया गया।
चक्काजाम देर शाम तक चलता रहा। वहीं दूसरी ओर प्रशासनिक अधिकारी हर विकासखण्ड में हेलमेट रैली निकालने के कारण समिति में नहीं पहुंचे। माड़ीसरई धान खरीदी केन्द्र में 20 से अधिक गांव के किसान अपना धान बेचते हैं। वहीं दूसरी ओर कई किसानों को 2 दिन से धान के साथ रतजगा करना पड़ रहा है।
बावजूद खरीदी केन्द्र में कोई भी जिम्मेदार अधिकारी किसानों की बात सुनने को तैयार नहीं है। किसानों का कहना है कि पिछले पांच दिन से टोकन काटना बंद कर दिया गया है। वहीं समितियों को पर्याप्त मात्रा में बारदाना भी उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। ऐसे में अंतिम दो दिन धान खरीदी को लेकर भारी जद्दोजहद करनी पड़ेगी।
किसानों के समर्थन में पहुंचे पूर्व मंत्री व पूर्व विधायक
टोकन कटने के बाद भी बारदाने की कमी के कारण किसानों का धान समिति द्वारा नहीं खरीदा जा रहा है। इससे गुस्साए किसानों ने माड़ीसरई और जिल्दा समिति के सामने चक्काजाम कर दिया। इसकी खबर मिलते ही पूर्व मंत्री व भाजपा नेता भइयालाल राजवाड़े तथा पूर्व विधायक श्यामबिहारी जायसवाल तिल्दा समिति में पहुंचे।
यहां पूर्व मंत्री भइयालाल ने मोबाइल पर अधिकारी से चर्चा की। उन्होंने मौके पर आकर किसानों की समस्याएं सुलझाने कहा। उन्होंने कहा कि यदि आप नहीं आए तो यहीं बैठे रहेंगे, फिर उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि किसानों का धान आज नहीं खरीदा जाएगा तो वे स्टॉक में आग लगवाकर चले जाएंगे।
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