रायपुर में इलाज के दौरान एक सप्ताह बाद ही पार्षद की मौत हो गई। घटना से चिरमिरी निगम क्षेत्र में शोक का माहौल है। गौरतलब है कि महिला पार्षद ने 1 वोट से चुनाव जीता था। बताया जा रहा है कि पार्षद अपने पति की शराब सेवन से परेशान थी। इसे लेकर अक्सर विवाद होता रहता था।
चिरमिरी निगम की महिला पार्षद दुलारी खटीक वर्ष 2015 के नगर निगम चुनाव में सिर्फ एक वोट से जीती थीं। इस दौरान शहर सरकार में विपक्ष का दायित्व निभा रही थी। वहीं शहर में चर्चा है कि महिला पार्षद अपने पति के शराब का सेवन करने से हर दिन विवाद की स्थिति निर्मित होती थी।
इससे परेशान होकर महिला पार्षद ने 6 सितंबर को अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश की थी। घर में परिवार के अन्य सदस्यों की मौजूदगी के कारण उसे बचा लिया गया था।
इसके बाद उसे तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र बड़ाबाजार में भर्ती कराया गया और उनकी नाजुक हालत को देखकर जिला अस्पताल भेजा गया था।
मेडिकल कॉलेज अस्पताल से रेफर किया गया था रायपुर
वहीं परिवार वालों द्वारा महिला पार्षद को अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। इस दौरान जहां दो से तीन दिन इलाज होने के बाद सांस लेने वाली नश के डैमेज होने की जानकारी दी और रायपुर रेफर कर गया था। जिनकी शुक्रवार सुबह मौत हो गई है।
मेडिकल कॉलेज अस्पताल से रेफर किया गया था रायपुर
वहीं परिवार वालों द्वारा महिला पार्षद को अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। इस दौरान जहां दो से तीन दिन इलाज होने के बाद सांस लेने वाली नश के डैमेज होने की जानकारी दी और रायपुर रेफर कर गया था। जिनकी शुक्रवार सुबह मौत हो गई है।
संगठन स्तर से विवाद सुलझाने की हुई थी कोशिश
जानकारी के अनुसार महिला पार्षद की मौत होने के बाद शुक्रवार शाम चिरमिरी शव पहुंचा। शनिवार सुबह बड़ी बाजार मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया जाएगा। शहर में चर्चा है कि महिला पार्षद व पति के बीच विवाद को खत्म करने संगठन स्तर पर कई बार कोशिश की गई थी।
लेकिन विवाद को सुलझाने में नाकाम हो गए थे। मौत की सूचना मिलने के बाद महिला पार्षद के निजी निवास बड़ा बाजार में भाजपा संगठन सहित परिचितों का जमावड़ा लगा हुआ था।