मंडी में रेलवे ट्रैक की तरफ ढकान वाले यार्ड में मंडी का सारा पानी आता है, इस कारण यार्ड पानी से लबालब हो गया। उड़द व अन्य जिंसों के ढेर पानी के तेज प्रवाह के कारण बह गए। कई किसानों ने अनाज से भरी बोरियां ढेर के चारों तरफ लगाकर बहने से बचाने के जतन किए। उधर जिलेभर में बारिश के कारण खेतों में कटी सोयाबीन और उड़द की फसल भी भीग कर खराब गई। इससे गुणवत्ता पर विपरीत असर पड़ेगा।
खुले में चल रही थी गेहूं की नीलामी
भामाशाहमंडी में शनिवार को करीब 20 हजार बोरी माल की आवक हुई थी, सुबह 10 बजे से नीलामी चल रही थी। इस कारण जब बारिश हुई तब ज्यादातर किसानों के माल की नीलामी हो चुकी थी और तुलाई चल रही थी। इस दौरान तेज बारिश होने के कारण छायादार शेड में भी पानी घुस गया। मंडी में गेहूं की नीलामी खुली जगह की जा रही थी, जो बारिश के कारण भीग गया। किसानों का कहना है कि 40 से 50 बोरी उड़द बहकर नाले में चल गया है। किसानों को मुआवजा दिया जाना चाहिए।