सड़क बनाने में बीयूएसजी 251, पीएमसी सील 183 पर एक्यूएम, बिटयूमिनस मैकडम 5195 पर सीयूएम, मिक्स सील परफेस135 पर एसक्यूएम का उपयोग किया जाता है, लेकिन सड़क निर्माण करने वाली ठेका फर्म की ओर से बीयूएसजी 251 व पीएमसीएल 183 पर एसक्यूएम का ही उपयोग जाता है। बाकी आइटमों का न के बराबर उपयोग होता है। ऐसे में सड़कों की गुणवत्ता खराब रह जाती है और बरसात के समय ऐसी सड़कों की स्थिति बिगड़ जाती है। सड़कों के घटिया निर्माण इसलिए भी हो रहे हैं कि यूआईटी के इंजीनियर नियमित निरीक्षण व गुणवत्ता जांच के प्रति लापरवाही करते हैं।
नियमानुसार ठेका फर्मों की ओर से बनाई गई सड़कों की तीन साल की गारंटी है। गारंटी अवधि के अंतराल में सड़कें खराब होने पर उसकी मरम्मत ठेका फर्म अपने खर्च से ही करवाएगी। अवधि के बाद खराब होने वाली सड़कों की मरम्मत न्यास को खुद करवानी होगी। यूआईटी के अफसरों से जब सवाल किया कि कितनी सड़कें ठेका फर्म की ओर से ठीक करवाई जाएगी और कितनी यूआईटी करवाएगी तो उन्होंने कहा कि हमें यह पता नहीं है, लेकिन यह डिविजन वाइज इंजीनियरों को पता है, क्योंकि सड़कों के टेंडर व कार्यआदेश वो ही निकालते हैं।
– द्वितीय खण्ड में 5 – तृतीय खण्ड में 18
– चतुर्थ खण्ड में 8 – कुल 64 सड़कें खराब प्रथम खण्ड में खराब सड़कें –
– जवाहर नगर पेट्रोल पम्प से एयरपोर्ट चारदीवारी होते हुए जाट समाज भवन तक
– शीला चौधरी रोड – सीएडी से दानबाड़ी, सुभाष नगर, बालाजी नगर, सुभाष नगर, श्रीनाथपुरम्, आरकेपुरम्, गणेश नगर, विनोबा भावे नगर
– राजीव गांधी नगर – तीन बत्ती चौराहे से छोटा चौराहा
– रावतभाटा रोड
——– द्वितीय खण्ड में खराब सड़कें- – अंटाघर से नयापुरा चौराहा नदी तक
– बूंदी रोड मुख्य सड़क – अंटाघर से बारां रोड आरओबी, स्टेशन तक
– डीसीएम चौराहे से श्रीराम नगर कॉलोनी तक – छावनी अंडरपास से थेगड़ा पुलिया तक
– देवली अरब रोड से बारां रोड को जोडऩे वाली ६० फीट सड़क – बोरखेड़ा पेट्रोल पम्प से हाथीखेड़ा माइनर तक एप्रोच सड़क
– देवली अरब से नया नोहरा तक
– अनंतपुरा से डीसीएम चौराहे तक – आईएल गेट से डकनिया स्टेशन तक
– गोल्ड ग्रीन फार्म हाउस की सड़कें
– प्रेमनगर प्रथम, द्वितीय व तृतीय की मुख्य सड़कें यूआईटी अफसरों ने यह दिया जवाब-
बारिश में शहर की अधिकतर सड़कें खराब हो गई। जो सड़केंं गारंटी अवधि में है। उनको ठेक फर्म ही ठीक करवाएगी। जिनकी गारंटी अवधि पूरी हो चुकी है। उनको न्यास ठीक करवाएगा। खराब सड़कों को लेकर किसी ठेका फर्म पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
लगातार हो रही बरसात के कारण सड़कें ठीक नहीं करवा पा रहे हैं। बारिश रुकने के बाद ही सड़कें ठीक करवाई जाएगी। फिलहाल गड्ढों को भरने के लिए गिट्टी-मिट्टी डलवाई जा रही है।