राजस्थान पत्रिका ( Rajasthan PAtrika ) ने गोबरिया बावड़ी स्थित शराब की दुकानों में लोगों को अंदर बिठाकर शराब पिलाने का खुलासा किया था, लेकिन ठेकेदारों से मिलने वाली बंधी को साधने के चक्कर में पुलिस कार्रवाई से पीछा ही छुड़ाती रही। अनन्तपुरा पुलिस के सिर पर बंधी का लालच इस कदर सवार था कि शराब कारोबारी के बेटे अजय गिरी की हत्या के बाद भी शाम को जमने वाली महफिलों पर शिकंजा नहीं कसा। अनन्तपुरा सीआई नरेंद्र पारीक के लाइन हाजिर होते ही थाने में नए सीआई तैनात हुए तब जाकर पुलिस को कार्रवाई की सुध आई।
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हाड़ौती में जबरदस्त बारिश से उफनी गुंजाली, ब्राह्मणी और उजाड़ नदी, 18 गांवों का कटा सम्पर्क, पुलियाओं पर 5 फीट पानी 45 लोगों काेे दबौचा, कई भागे अनन्तपुरा पुलिस रविवार शाम करीब 6.45 बजे भारी भरकम जाप्ते के साथ अचानक ट्रांसपोर्ट नगर पहुंची। पुलिस का जाब्ता सीधे दुकान संख्या छह में जा पहुंचा, अचानक पुलिस को आता देख ठेका कर्मी सचेत हो गए और दुकान के पीछे बनाए गए गेट से लोगों को बाहर निकालने लगे। इस दुकान में नियमों को ताक पर रख कर एक की बजाय चार गेट लगे हैं। जिसका फायदा उठाकर अंदर शराब पी रहे कई लोग पुलिस कर्मियों से बचकर भाग निकले। पुलिस ने यहां से 25 लोगों को शराब पीते हुए धर दबोचा। आसपास की बाकी शराब दुकानों के अंदर बैठकर शराब पी रहे लोगों को कार्रवाई की भनक लगी तो वह बाहर निकल भागे, लेकिन पुलिस ने सड़क पर बचकर निकलने की कोशिश करते हुए नशे में धुत 20 लोगों को पकड़ लिया।
ठेकेदारों पर नहीं की कार्रवाई एएसआई छाजू सिंह ने बताया कि ट्रांसपोर्ट नगर में अंग्रेजी शराब की दुकानों पर बैठकर शराब पी रहे लोगों को धारा 60 के तहत गिरफ्तार किया है। दुकान के बाहर या आसपास खड़े होकर शराब पीने के मामले में शराब विक्रेताओं के खिलाफ कोई मामला नहीं बनता। इसलिए उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है।