एसीबी के उप अधीक्षक तरूणकांत सोमानी ने बताया कि परिवादी धाकड़खेड़ी निवासी अधिवक्ता भरत कुमार कुशवाह ने कोटा एसीबी में दिए परिवाद में बताया कि उसकी पुश्तैनी भूमि धाकड़खेड़ी में स्थित है। जिसके संबंध में एक अपील रामचन्द्र बनाम मूलीबाई तत्कालीन राजस्व अपील अधिकारी के न्यायालय में विचाराधीन थी। इस मामले में खेड़ारसूलपुर निवासी योगेन्द्र उर्फ रवि कुशवाह व खेडारसूलपुर निवासी विष्णु अजमेरा के मार्फत संपर्क किया और उसके पक्ष में फैसला करवाने के लिए कई बार 15 लाख रुपए रिश्वत की मांग की। जब उसने रिश्वत देने से मना कर दिया, तो उन्होंने मूलीबाई के पक्ष में फैसला करने की धमकी दी। इसके बाद 25 सितम्बर 2017 को रामचन्द्र की अपील खारिज कर दी। इस मामले में शिकायत मिलने पर एसीबी ने 10० सितम्बर 2018 से जांच शुरू की गई। इस मामले में कोटा एसीबी चौकी से जयपुर परिवाद भेजा। जिस पर खेड़ारसूलपुर निवासी योगेन्द्र उर्फ रवि कुशवाह व विष्णु अजमेरा के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।