कोटा

आखिर यहां क्यों नहीं हो रही सफाई, ऐसा क्या हुआ कि हटाने पड़े सफाईकर्मी…

भंैसरोडगढ़ पंचायत समिति मुख्यालय से महज कुछ ही दूरी पर रास्ते, सदर बाजार व मौहल्लों में लगे गंदगी, कचरे के अम्बार से मिशन तार-तार है।

कोटाFeb 27, 2018 / 01:28 am

Anil Sharma

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रावतभाटा. प्रधानमंत्री ने भले ही स्वच्छ भारत मिशन अभियान चलाकर देश को गंदगी मुक्त कराने की मुहिम चला रखी है। यहां भंैसरोडगढ़ पंचायत समिति मुख्यालय से महज कुछ ही दूरी पर आम रास्ते, सदर बाजार व कई मौहल्लों में लगे गंदगी, कचरे के अम्बार से मिशन तार-तार हो रहा है।
 

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फैला रहता है कचरा
भैंसरोडगढ़ गांव के लोगों ने बताया कि पूर्व प्रधान के मकान के बाहर से होते हुए पंचायत समिति मुख्यालय, सीनियर बालिका स्कूल, आदर्श विद्या मंदिर स्कूल की तरफ जाने वाले आम रास्ते के बीच कई माह से कूड़ा-करकट एवं पॉलीथिन कचरे का अम्बार लगा हुआ है।
जिस पर दिनभर आवारा पशु विचरण करते रहते हैं। स्कूलों में आने-जाने वाले विद्यार्थी व आम राहगीरों को भी इसी गंदगी के बीच में से होकर गुजरना पड़ता है। गांव के मुख्य सदर बाजार व मौहल्लों में कचरें का साम्राज्य है। लेकिन कोई भी प्रशासनिक अधिकारी, जनप्रनिधि रास्ते की गंदगी को दूर के कराने के प्रति गंभीर नजर नहीं आ रहा है।
 

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एक माह से सफाई बंद
यहां वर्षों से सफाई नहीं हो रही थी। पत्रिका में समाचार प्रकाशित होने के बाद पंचायत ने सफाईकर्मी लगाकर गत वर्ष 16 अक्टूबर से सफाई कार्य शुरू करवाया। अभी पिछले एक माह से कोई भी सफाई नहीं आ रहा है। पुरुष, महिलाएं, दुकानदार स्वयं ही नालियों की सफाई कर रहे हैं।
 

अंधेरे का आलम
यही आलम विद्युत व्यवस्था का है। पिछले लंबे समय से गांव के बाजार, मौहल्लों में रात के समय अंधेरा पसरा रहता है। रोड लाइटें कई सालों से जली ही नहीं। रोड़ लाइटों के विद्युत खर्च के बिल की राशि जमा कराने का पंचायत के पास बंदोबस्त नहीं होने से कनेक्शन कटा हुआ है।
 

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नालियों का पानी सडक़ पर
गांव के लोगों ने बताया कि यहां नालियां की पिछले एक माह से सफाई नहीं हुई है। इस कारण वे कचरें से अवरुद्ध है। उनका गंदा पानी सडक़ पर बहता रहता है। जिससे मौहल्लों में सडक़ पर कीचड़ फैल जाता है। उसमें मच्छरों के पैदा होने से लोग कई संक्रमित बीमारियों के शिकार होने लगे हैं।
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