लोकसभा में बुधवार को भरतपुर सांसद रंजीता कोली और अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी के सवाल के जवाब में रेलमंत्री ने अवगत कराया कि राज्य सरकार ने इस योजना में हिस्सेदारी देने से मना कर दिया है। इस कारण इस योजना को रोक दिया है।
इसी तरह सवाई माधोपुर से जयपुर के बीच पिछले बजट में स्वीकृत दोहरीकरण और आमान परिवर्तन प्रोजेक्ट भी क्लीयरेंस के अभाव में अटकी हुई। इस पर प्रोजेक्ट पर 946.13 करोड़ राशि खर्च होने का अनुमान है।
इसके तहत 131 किमी रेललाइन का दोहरीकरण प्रस्तावित किया गया था। इस योजना के पूरा होने पर कोटा से जयपुर जाने वाली ट्रेनों की रफ्तार और संख्या बढ़ाना आसान होगा। वहीं ट्रेनों के संचालन समय में भी कमी आ सकेगी।