scriptexpressway: कलक्टर ने बैठक लेकर कहा, बिगड़ा नहरी तंत्र दुरुस्त करें | Collector took a meeting and said, fix the impaired canal system | Patrika News
कोटा

expressway: कलक्टर ने बैठक लेकर कहा, बिगड़ा नहरी तंत्र दुरुस्त करें

एक्सप्रेस-वे के निर्माण के दौरान ड्रेन और धोरों की चौड़ाई कम करने और किसानों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिए जाने के मामले को जिला कलक्टर हरिमोहन मीणा ने गंभीरता से लिया है।

कोटाJan 20, 2022 / 10:33 pm

Jaggo Singh Dhaker

ccad.jpeg
कोटा. भारतमाला परियोजना के एक्सप्रेस-वे के निर्माण के दौरान ड्रेन और धोरों की चौड़ाई कम करने और किसानों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिए जाने के मामले को जिला कलक्टर हरिमोहन मीणा ने गंभीरता से लिया है। राजस्थान पत्रिका में इस आशय का समचार प्रकाशित होने के बाद जिला कलक्टर ने गुरुवार को बैठक बुलाई। इसमें योजना से संबंधित अधिकारियों ने भाग लिया। जिला कलक्टर ने कहा, भारत माला परियोजना का कार्य बिना किसी बाधा के चलना चाहिए, लेकिन सिंचाई तंत्र का स्वरूप नहीं बिगड़े। जहां भी खामी है उसे दुरुस्त किया जाए। जिला कलक्टर ने राजस्व, सीएडी और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों की कलक्ट्रेट सभागार में बैठक लेकर निर्देश दिए कि नहरी क्षेत्र की किसानों को हमेशा जरूरत रहती हैं। ऐसे में राजस्व रेकॉर्ड में दर्ज केनाल, ब्रांच, सबब्रांच, माइनर, ड्रेनेज एवं धोरों का स्वरूप खराब नहीं हो, जिससे भविष्य में सिंचाई के पानी के प्रवाह एवं आवागमन निर्बाध बना रहे। उन्होंने कहा कि जनहित का कोई कार्य प्रभावित नहीं हो, समाधान के लिए उपखण्ड अधिकारी, सीएडी एवं एनएचआई के अभियंता की टीम शनिवार को संयुक्त निरीक्षण करके कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि भारत माला परियोजना बहुत महत्वपूर्ण है, ऐसे में इसका कार्य भी निर्बाध रूप से चले। जिले में जहां भी अवरोधक उत्पन्न हो उसका उपखंड अधिकारी एवं राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी मिलकर समय पर समाधान करें।
उन्होंने सम्पूर्ण परियोजना के जिले में चल रहे कार्य की समीक्षा कर अधिकारियों को टीम भावना से कार्य करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर अतिरिक्त कलक्टर प्रशासन राजकुमार सिंह, अतिरिक्त आयुक्त सीएडी नरेश मालव, एनएचआई के भारत माला परियोजना के परियोजना निदेशक एवं संबंधित अभियंता उपस्थित रहें।
181 सिंचाई तंत्र की संरचनाएं प्रभावित हुई हैं
142 कोटा संरचनाएं कोटा जिले में
39 संरचनाएं बूंदी जिले में
62 डे्रन प्रभावित हुई है
68 धोरे प्रभावित हुए

इसलिए बुलानी पड़ी बैठक
पीडि़त किसानों ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी न किसानों की नहीं सुन रहे और न ही सीएडी के अधिकारियों की सुनवाई कर रहे हैं। बैठक में भी यही बात सामने आई। एक्सप्रेस-वे को भारत सरकार का प्रोजेक्ट बताकर किसानों की आवाज दबाई जा रही है। सीएडी के अधिकारी कई बार पत्र लिख चुके हैं, लेकिन परियोजना के अधिकारी समस्या समाधान में रुचि नहीं ले रहे हैं।
नहीं बनी सहमति
जिला कलक्टर ने अधिकारियों की बैठक में शनिवार को संयुक्त निरीक्षण करने के निर्देश दिए, लेकिन इस पर भी सहमति नहीं बनी। सीएडी के अधिकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों से निरीक्षण करने बात कही तो उन्होंने इसे टाल दिया।

Home / Kota / expressway: कलक्टर ने बैठक लेकर कहा, बिगड़ा नहरी तंत्र दुरुस्त करें

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो