Read more:स्मार्ट सिटी के बाद शिक्षा नगरी को अब स्ट्रेस फ्री सिटी बनाने की कवायद शुरू यहां पूर्व मंत्री शांति धारीवाल ने कहा, बिजली कंपनी स्मार्ट मीटर लगाकर लोगों को लूट रही है। उन्होंने कहा, भाजपा के कुछ विधायक और नेताओं को फ्री में बिजली मिल रही है, इसलिए वो विरोध नहीं कर रहे। दो दिन पहले सांसद और एक विधायक ने बिजली कंपनी के अधिकारियों की बैठक ली, लेकिन बाकी शहर के तीन विधायक क्यों चुप हैं। विधायक चंद्रकांता, प्रहलाद गुंजल और भवानीसिंह राजावत क्यों चुप हैं।
Read more:स्मार्ट सिटी में “पॉलिथीन” गन्दगी का प्रमुख स्रोत लकिन लोग जान कर अनजान उन्होंने कहा, एक विधायक के दफ्तर में 17 एसी, 25 पंखे, 5 कम्प्यूटर, 40 से ज्यादा लाइट और कई उपकरण लगे हुए हैं, लेकिन बिल नाममात्र का आ रहा है। विधायक के दफ्तर के बिल का भुगतान बिजली कंपनी कर रही है।
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शहर कांग्रेस जिलाध्यक्ष रविन्द्र त्यागी ने कहा, यदि बिजली कंपनी के कर्मचारी स्मार्ट मीटर लगाने आएं तो उन्हें धक्के देकर बाहर निकाल दें। प्रदेश महामंत्री पंकज मेहता, प्रदेश सचिव शिवकांत नंदवाना ने भी स्मार्ट मीटर नहीं लगाने के लिए एकजुट होने की बात कही। निगम के नेता प्रतिपक्ष अनिल सुवालका, पीसीसी सदस्य जफर मोहम्मद, किशोर मदनानी, देवा भड़क सहित कई जनों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
शहर कांग्रेस जिलाध्यक्ष रविन्द्र त्यागी ने कहा, यदि बिजली कंपनी के कर्मचारी स्मार्ट मीटर लगाने आएं तो उन्हें धक्के देकर बाहर निकाल दें। प्रदेश महामंत्री पंकज मेहता, प्रदेश सचिव शिवकांत नंदवाना ने भी स्मार्ट मीटर नहीं लगाने के लिए एकजुट होने की बात कही। निगम के नेता प्रतिपक्ष अनिल सुवालका, पीसीसी सदस्य जफर मोहम्मद, किशोर मदनानी, देवा भड़क सहित कई जनों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।