चीन में कोरोना वायरस का भयंकर कहर जारी है और हजारों की संख्या में मौत वहां हो चुकी है। अब कोटा जिले में भी कोरोना वायरस का एक संदिग्ध मरीज सामने आया है, जिसको एमबीएस अस्पताल में भर्ती करवाया है, जो कुछ समय पहले ही चाइना से कोटा लौटा था। ऐसे में चिकित्सकों ने उसका मॉनिटरिंग के लिए भर्ती किया है। साथ ही उसके जांच के लिए नमूने लेकर उनको जयपुर भेजा गया है। साथ ही उसके संबंध में जानकारी चिकित्सा विभाग के आला अधिकारियों को भी एमबीएस अस्पताल प्रबंधन कर दी है।कोटा में कोरोना वायरस का संदिग्ध मरीजइसकी जानकारी मिलने के बाद सीएमएचओ डॉ. भूपेंद्र सिंह तंवर ने भी अपने आला अधिकारियों को अवगत करा दिया है। साथ ही जो उसके संपर्क में आए हैं, उनसे भी गहन पूछताछ चिकित्सा विभाग के अधिकारी कर रहे हैं और उनको भी मॉनिटरिंग पर रखा जा सकता है ।
Read more : परिवहन अधिकारियों की कारगुजारी ,कोटा में कमाई का खेल सीएमएचओ डॉ. भूपेंद्र सिंह तंवर ने बताया कि कोटा के बोरखेड़ा इलाके में रहने वाला 22 वर्षीय युवक चीन के सुजो शहर में स्थित मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा था। पढ़ाई के लिए वह पिछले साढ़े पांच साल से चीन में रह रहा था। चीन में कोरोना वायरस का आतंक बढऩे के बाद युवक एक फरवरी को अपने परिजनों के पास कोटा वापस लौट आया, लेकिन जब से घर लौटा था तभी से उसकी तबीयत लगातार खराब चल रही थी।
78 दिनों से खांसी जुकाम
सीएमएचओ तंवर ने बताया कि युवक को 78 दिनों से खांसी जुकाम की शिकायत थी। काफी इलाज के बाद भी जब उसकी तबीयत ठीक नहीं हुई तो बुधवार को उसके परिजन एमबीएस अस्पताल लेकर आए। चिकित्सकों ने जब उसकी मेडिकल हिस्ट्री खंगाली तो युवक की बीमारी के लक्षण कोरोना वायरस से मिलते जुलते लगे। जिसके बाद उसे आनन फानन में आईसोलेशन वार्ड में भर्ती करवाया गया।
सीएमएचओ तंवर ने बताया कि युवक को 78 दिनों से खांसी जुकाम की शिकायत थी। काफी इलाज के बाद भी जब उसकी तबीयत ठीक नहीं हुई तो बुधवार को उसके परिजन एमबीएस अस्पताल लेकर आए। चिकित्सकों ने जब उसकी मेडिकल हिस्ट्री खंगाली तो युवक की बीमारी के लक्षण कोरोना वायरस से मिलते जुलते लगे। जिसके बाद उसे आनन फानन में आईसोलेशन वार्ड में भर्ती करवाया गया।
जांच को जयपुर भेजे नमूने
कोटा में कोरोना वायरस का संदिग्ध मरीज मिलने के चिकित्सा विभाग में हड़कंप मच गया। हालात की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग के आला अफसरों ने कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज के तत्काल स्वाब के नमूने लेकर उच्च स्तरीय जांच के लिए जयपुर भेज दिए। सीएमएचओ तंवर ने बताया कि स्वाब के नमूनों की जांच के बाद ही संदिग्ध मरीज कोरोना वायरस पीडि़त है या नहीं इसकी पुष्टि हो पाएगी।
कोटा में कोरोना वायरस का संदिग्ध मरीज मिलने के चिकित्सा विभाग में हड़कंप मच गया। हालात की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग के आला अफसरों ने कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज के तत्काल स्वाब के नमूने लेकर उच्च स्तरीय जांच के लिए जयपुर भेज दिए। सीएमएचओ तंवर ने बताया कि स्वाब के नमूनों की जांच के बाद ही संदिग्ध मरीज कोरोना वायरस पीडि़त है या नहीं इसकी पुष्टि हो पाएगी।
एमबीएस हॉस्पीटल अलर्ट पर
डॉ. तंवर ने बताया कि कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज को एमबीएस अस्पताल के मेडिसन डिपार्टमेंट में प्रोफेसर डॉ. निर्मल शर्मा की यूनिट में मॉनीटरिंग पर रखा गया है। वार्ड को पूरी तरह आइसोलेटिड कर दिया गया है। किसी भी व्यक्ति को कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज तक जाने की इजाजत नहीं है। इसके साथ ही एमबीएस अस्पताल के चिकित्सकों एवं नर्सिंग स्टाफ को भी प्रोटेक्शन किट पहनाने के बाद ही मरीज तक भेजा जा रहा है। मरीज को फिलहाल कुछ जरूरी दवाइयां भी दी जा रही हैं।
डॉ. तंवर ने बताया कि कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज को एमबीएस अस्पताल के मेडिसन डिपार्टमेंट में प्रोफेसर डॉ. निर्मल शर्मा की यूनिट में मॉनीटरिंग पर रखा गया है। वार्ड को पूरी तरह आइसोलेटिड कर दिया गया है। किसी भी व्यक्ति को कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज तक जाने की इजाजत नहीं है। इसके साथ ही एमबीएस अस्पताल के चिकित्सकों एवं नर्सिंग स्टाफ को भी प्रोटेक्शन किट पहनाने के बाद ही मरीज तक भेजा जा रहा है। मरीज को फिलहाल कुछ जरूरी दवाइयां भी दी जा रही हैं।