चिकित्सा मंत्री ने कहा कि चिकित्सालयों में चर्म एवं रति रोग, मेडिसिन एवं शिशु रोग विभाग की ओपीडी में आने वाले रोगियों, हाईरिस्क समूहों की नियमित मॉनिटरिंग की जाए। यदि मंकीपाक्स का कोई संदिग्ध केस मिले तो उसकी तत्काल सैपलिंग करवाई जाए। इसके साथ ही संदिग्ध मरीज की पिछले 21 दिन की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग कर सभी को आईसोलेट करवाना सुनिश्चित करवाएं। उन्होंने कहा कि एसएमएस अस्पताल में मंकीपॉक्स की जांच सुविधा उपलब्ध है, यदि कोई संदिग्ध केस हो तो तत्काल सैंपल भेजकर उसकी जांच करवाएं।
चिरंजीवी योजना में एडवांस राशि लेने वाले अस्पतालों पर कार्यवाही होगी
मीणा ने कहा कि मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना पूर्णतः कैशलेस योजना है लेकिन कुछ अस्पतालों द्वारा मरीजों से उपचार पूर्व एडवांस राशि जमा करवाने की शिकायतें मिल रही हैं। उन्होंने मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरूणा राजोरिया को निर्देश दिए कि योजना में आमजन को इलाज पूर्णतः निःशुल्क देने का प्रावधान है। यदि कोई अस्पताल एडवांस राशि लेता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए।