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बेटियां पहुंची माता-पिता के ऑफिस, उनके कार्य जानकर हुआ गर्व…

कोटा. बेटियों का अपने पैरेंट्स के ऑफिस जाना खास अनूभूति रही। जहां एक तरफ उन्होंने अपने माता-पिता के काम को समझा, वहीं कार्यस्थल पर होने वाली चुनौतियों को भी समझना उनके लिए खास अनुभव रहा।

कोटाSep 22, 2019 / 05:34 pm

Anil Sharma

kota

पत्रिका ऑफिस में पहुंची बेटियां।

कोटा. बेटियों का अपने पैरेंट्स के ऑफिस जाना खास अनूभूति रही। जहां एक तरफ उन्होंने अपने माता-पिता के काम को समझा, वहीं कार्यस्थल पर होने वाली चुनौतियों को भी समझना उनके लिए खास अनुभव रहा। बेटियों के आत्मविश्वास को बढ़ाने से लेकर उनमें अपने पैरेंट्स के प्रति गर्व की भावना को जागृत करने के उद्देश्य से अनूठा अभियान ‘बिटिया इन ऑफिसÓ आयोजित किया। इसके तहत देश-प्रदेश के कई शहरों में विभिन्न कम्पनियों के अधिकारी/कर्मचारी बेटियों के साथ दफ्तर पहुंचे। बेटियों के लिए यह एक नया अनुभव था। चेहरों की चमक ने यह साफ कर दिया कि यह पल उनके लिए कितना खास था। औपचारिक कार्यक्रमों, भाषणों से परे राजस्थान पत्रिका के इस अभियान ने बेटियां खूब सराहना रही। वहीं पैरेंट्स का कहना है कि वह पल जीवन का सबसे यादगार पल होता है, जब आप अपने कार्यस्थल पर बेटी के साथ हो। उसके अपने काम के बारे में बताना और प्रोत्साहित करना आनंदित कर देता है।
सुरीली प्रस्तुतियां दी, उकेरे चित्र
कोटा. बिटिया इन ऑफिस कार्यक्रम के तहत शनिवार को राजस्थान पत्रिका में कार्यरत कार्मिकों की बेटियां भी दफ्तर आई और यहां के कामकाज की जानकारी ली। इसके साथ ही उनके लिए कई रोचक स्पद्र्धाएं हुई। बालिकाओं ने गीतों की सुरीली प्रस्तुति भी दी। उन्होंने विभिन्न विषयों पर चित्र बनाकर मानवीय संवेदनाओं के रंग भरे। हाल ही कोटा में आई बाढ़ के हालात भी उनके चित्रों में नजर आए। राजस्थान पत्रिका के सहायक महाप्रबंधक अजय सामर ने बेटियों का उत्साह बढ़ाया और उनके रचनात्मक कार्य की सराहना करते हुए उन्हें पुरस्कृत किया। उन्हें समाचार पत्र छपने की पूरी प्रक्रिया की जानकारी दी गई। यह भी बताया कि कितने प्रयासों के बाद समाचार पत्र पाठकों तक पहुंचता है।
1. ऑफिस : सुधा हॉस्पिटल
बिटिया का नाम : अनन्या और हिया
पिता का नाम : डॉ. कौशल गौतम
मेरे पापा कैंसर के मरीजों का अच्छे से ऑपरेशन करते हैं। गरीब मरीजों का ध्यान रखते हैं। उनकी व्यस्त जीवनशैली के बावजूद वे हमारे लिए समय निकालते हैं।
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2. ऑफिस : न्यूक्लीयस एजुकेशन
बिटिया का नाम : निष्ठा जोशी
पिता का नाम : विशाल जोशी
आज मैंने जाना कि पापा किस तरह काम करते हैं। मैं पापा को रोल मॉडल मानती हूँ। मुझे उनके ऑफिस आकर बहुत अच्छा लगा।
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3. ऑफिस : उत्कर्ष हौम्योपैथिक क्लीनिक
बिटिया का नाम : गार्गी कौशिक
पिता का नाम : डॉ. उदयमणि कौशिक)
मुझे भी बड़ा होकर पापा की तरह ही बहुत अच्छा डॉक्टर बनना है, ताकि में अपने आस-पास के लोगों और समाज के ज्यादा से ज्यादा काम आ सकूं।
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4. ऑफिस : उमा शिव मैमोरियल बीएड कॉलेज
बिटिया का नाम : प्रतिमा चतुर्वेदी
माता का नाम : डॉ. गीता चतुर्वेदी
मम्मी के साथ उनके ऑफिस जाकर उनके काम करने के तरीके को देखा। प्रिंसिपल का काम बहुत जिम्मेदारी का होता है। मैं मम्मी के जैसी बनना चाहती हूं।
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5. ऑफिस : खण्डेलवाल हौम्योपैथी क्लीनिक
बिटिया का नाम : देवेशी खंडेलवाल
माता का नाम : डॉ. शीतल खंडेलवाल
मैं मम्मी के साथ उनके क्लीनिक गई और उनको मरीजों का इलाज करते देखा। मैं भी ऐसे ही डॉक्टर बनकर लोगों की सेवा करना चाहती हूँ।
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6. ऑफिस : मदन लाल एण्ड संस
बिटिया का नाम : आन्या माहेश्वरी
पिता का नाम : मृदुल माहेश्वरी
मेरे पापा के साथ उनके शोरूम मुझे एक दिन गुजरने का अवसर प्राप्त हुआ, यह देखकर गर्व महसूस हुआ कि कैसे वो तीन शोरूम का रिटेल, होलसेल और इतने स्टाफ को बखूबी संभालते हैं।
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7. ऑफिस : चिकित्सा क्लिनिक छीपड़दा
बिटिया का नाम : नव्या व रिया सामर
पिता का नाम : डा. राजेश सामर (चिकित्सक)
पापा हमारे लिए हीरो से कम नहीं है। चिकित्सालय में मरीजों की सेवा करते देखती हूं। वे आदर्श हैं।
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8. ऑफिस : वेस्टीज मार्केटिंग
बिटिया का नाम : कृति कुशवाह, श्रुति कुशवाह
पिता का नाम : योगेन्द्र कुशवाह
ऑफिस आकर अच्छा लगा
हमारे पापा फील्ड में बहुत मेहनत करते हैं। उनके ऑफिस आकर बहुत अच्छा लगा। हमने भी उनके काम में सहयोग किया।
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9. ऑफिस : मदान इलेक्ट्रोनिक्स
बिटिया का नाम : दृष्टि मदान
पिता का नाम : संदीप मदान
आज मैंने पापा को देखा कि वह कैसे बिजनेस को मैनेज करते हैं। मुझे उनके काम के तरीके से प्यार है। वह मेरे लिए एक सच्ची प्रेरणा हैं। सभी पस्थितियों से कैसे निपटा जाए, यह भी उनसे बखूबी सीखा जा सकता है।
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10. ऑफिस : पिज्जा फन
बिटिया का नाम : आयरा मिर्जा
पिता का नाम : साजिद बेग
पापा की शॉप पर आकर बहुत अच्छा लगा। उनके काम का तरीका बहुत ही संजीदा है। उनसे मैंने बहुत कुछ सीखा। उनके काम में हाथ बंटाया।
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11. ऑफिस : ममता इलेक्ट्रिकल
बिटिया का नाम : दिव्या ठाकुर
पिता का नाम : लोकेश ठाकुर
आज मैं पापा की शॉप पर गई और वहां एक पंखा सही करना सीखा। पापा के साथ साइट पर भी गई। मुझे उनके साथ काम करना अच्छा लगा।
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12. ऑफिस : होटल व्यवसायी
बिटिया का नाम : तृप्ति शर्मा
पिता का नाम : विशाल शर्मा
पापा के साथ उनके ऑफिस जाकर अच्छा लगा। वह सामाजिक-राजनीतिक कार्यों के अलावा ऑफिस के कार्यों को अच्छी तरह निभाते हैं।
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13. ऑफिस : प्रबंधक, सीएफसीएल
बिटिया का नाम : सुरभि गुप्ता
पिता का नाम : चेतन गुप्ता
पापा के ऑफिस आकर अच्छा लगा। पापा कड़ी मेहनत करते हैं। मैं पापा की तरह बनना चाहती हूं और एक दिन ऐसा आए कि पापा मेरे ऑफिस में आएं।
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14. ऑफिस : टीटी हॉस्पिटल, तलवंडी
बिटिया का नाम : थीया शर्मा
पिता-माता : डॉ. तनय शर्मा, डॉ. पूजा शर्मा
मैंने आज मम्मी और पापा के साथ बैठकर सीखा की पैशेंट को कैसे देखते हैं और डॉक्टर्स की लाइफ कैसी होती है। पैशेंट ठीक होता है तो कई बार थैंक्यू बोलता है।
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15. ऑफिस : रेजोनेंस
बिटिया का नाम : दृषि वर्मा
पिता का नाम : आरके वर्मा
मेरे लिए गर्व की बात है कि मैं आरकेवी सर की बेटी हूं। पापा ने संघर्ष और मेहनत से टीम को प्रेम, सम्मान व प्रेरणा देते हुए इतना बड़ा संस्थान बनाया है। मैं इससे मोटिवेट होकर लक्ष्य की ओर अग्रसर हूं।

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