कोरोना की जांच रिपोर्ट में देरी से कोटा में बढ़ी दिक्कत
चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कोविड की रिपोर्ट समय पर देने के पुख्ता इंजाम करने के निर्देश दिए हैं। वहीं केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाने की मांग की है।
कोटा. कोरोना संक्रमण बढऩे के साथ ही मरीजों की संख्या बढऩे से कोटा मेडिकल कॉलेज की माइक्र ोबायोलॉजी विभाग की लैब की भी व्यवस्था बिगडऩे लगी है। मरीजों को सेम्पल देने के बावजूद चार-चार दिन तक रिपोर्ट तक नहीं मिल पा रही है। इससे स्थिति और खतरनाक होती जा रही है। बिना रिपोर्ट के मरीज कोविड का इलाज नहीं करवा पा रहे हैं। ऐसे ही कुछ मरीजों से संक्रमण बढ़ रहा है।
दरअसल, लैब में प्रतिदिन 3 से साढ़े तीन हजार तक सेम्पल जांच की सुविधा है, लेकिन बीते पांच दिन से 4 से साढ़े चार हजार तक सेम्पल आ रहे हैं। ऐसे में इन सेम्पलों की समय पर जांच नहीं हो पा रही है। जबकि प्रतिदिन लैब में 3 टीमें 8-8 घंटे काम कर रही हैं। बावजूद सेम्पल पेंडिंग पड़े हैं। मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने दूसरी बार अब सेम्पलों की पेंडेंसी खत्म करने के लिए 17 अप्रेल के तीन हजार सेम्पल जांच के लिए 18 अप्रेल को जयपुर भिजवाए हैं, लेकिन 19 अप्रेल तक उनमें से आधे नमूनों की भी जांच रिपोर्ट नहीं आ पाई है। ऐसे में मरीज अपने नमूनों की जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। दादाबाड़ी बंसत विहार निवासी महेन्द्र सिंह मेडिकल बी वार्ड में भर्ती हैं। उनके पुत्र ने पांच दिन पहले कोविड का सेम्पल दिलवाया था। उसकी एसआरएफ आईडी भी जनरेट हो गई, लेकिन सेम्पल की रिपोर्ट सोमवार तक नहीं मिली। जब अस्पताल में पता किया तो पता चला कि उनका सेम्पल लैब में पहुंचा ही नहीं है। उनके पुत्र का कहना है कि ऐसे में उनके पिता को कोविड है या नहीं, कैसे इलाज होगा। चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कोविड की रिपोर्ट समय पर देने के पुख्ता इंजाम करने के निर्देश दिए हैं। वहीं केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के साथ 11 राज्यों के चिकित्सा मंत्रियों की विशेष चर्चा हुई है। इस बैठक में उन्होंने केन्द्रीय मंत्री को राजस्थान में संक्रमण के प्रसार की स्थिति तथा उपलब्ध संसाधनों का विवरण दिया। साथ ही, मरीजों की संख्या में लगातार हो रही वृद्धि के दृष्टिगत प्रदेश के लिए रेमडेसिविर और मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाने की मांग की।
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