कांग्रेस कैबिनेट मंत्री प्रमोद जैन भाया की पत्नी उर्मिला जैन को टिकट दे सकती है। ये दोनों परिवार 2009 और 2014 के चुनाव में भी आपस में भिड़े थे। 2009 में दुष्यंत सिंह के सामने उर्मिला जैन और 2014 में खुद प्रमोद जैन भाया ने यहां से चुनाव लड़ा था। हालांकि राजे के जादू के आगे कांग्रेस की चुनौती बेअसर रही थी।
दो परिवार और दो नेताओं के आगे अब यह चुनाव दो जिलों के बीच भी नजर आएगा। दरअसल झालावाड़ वसुंधरा राजे का गढ़ है यहां पिछले 30 सालों में कोई और नेता चुनाव नहीं जीत पाया है वहीं बारां में प्रमोद जैन भाया का दबदबा है। अगर मुकाबला दोनों परिवारों के बीच ही होता है तो देखना ये भी दिलचस्प होगा कि दोनों जिलों की जनता किस परिवार का समर्थन करेगी।
भाजपा को मिले थे 59 फीसदी मत
पिछले चुनावी परिणाम को देखें तो उसमें भाजपा सर्वाधिक 58.98 प्रतिशत वोट पाकर विजयी रही थी। इसके साथ ही कांग्रेस को 34.42 प्रतिशत वोट ही मिल सके थे., तो वहीं बसपा के लिए मात्र 2.06 प्रतिशत वोटिंग हो पाईं थी।