क्राइम मीटिंग में थाना अधिकारियों समेत वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शामिल हुए । डीआईजी कोटा रेंज में प्रत्येक अधिकारी से संबंधित थाना क्षेत्रों में चल रही पेंडेंसी और मुकदमों के बारे में विस्तार से जानकारी ली। एवं थानों में चल रही विभिन्न प्रकरणों की समीक्षा की ।
डीआईजी ने क्राइम मीटिंग को संबोधित करते हुए कहां की कोटा शहर में प्रतिदिन 50 मुख्य मार्गों पर हथियारों सहित नाकेबंदी की जाए, सभी थानाधिकारी खुद अपने स्टाफ के साथ प्रतिदिन पैदल गश्त करेंगे ।
हिस्ट्रीशीटर व हार्डकोर अपराधियों को थानों में हाजरी देनी होगी । थानाधिकारी हर वक्त उनके कार्य प्रणाली पर निगरानी रखेंगे । ड्रग्स व अवैध हथियार रखने वालों के विरुद्ध अधिक से अधिक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। डीआईजी ने कहा की जेल से छूटने वाले अपराधियों पर कड़ी नजर रखी जाए।
डीआईजी कोटा रेंज ने एक बार फिर क्राइम मीटिंग में अधिकारियों को चेताते हुए स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि अपराधियों के साथ पुलिस अधिकारियों व जवानों की मिलीभगत कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी ।
उन्होंने शहर में लगातार हो रही चाकूबाजी की वारदातों गंभीरता से लेते हुए चाकूबाजी की घटनाओं पर भी प्रभावी कार्रवाई एवं पूरी तरह नियंत्रण रखने के निर्देश दिए । क्षेत्र के ऐसे आदतन अपराधियों की कुंडली तैयार रखें, शराब की अवैध रूप से बिक्री की रोकथाम को लेकर भी डीआईजी रेंज काफी सख्त नजर आए।
अवैध शराब की बिक्री करने वाली दुकानों के विरुद्ध भी उन्हें चिन्हित करके प्रत्येक थाना अधिकारी अपने अपने इलाके में कठोर कार्यवाही करें।
अवैध शराब की बिक्री की रोकथाम के लिए डिकोय ऑपरेशन भी चलाए जाएंगे, डीआईजी गॉड ने कम परफॉर्मेंस वाले कई पुलिस अधिकारियों को लताड़ भी लगाई । निर्देश देते हुए कहा कि वह अपने-अपने थाना क्षेत्रों में आगे से प्रभावी व बेहतर कार्रवाई करें।
डीआईजी ने क्राइम मीटिंग के समापन के दौरान अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि बजरी माफियाओं एवं अवैध शराब के माफियाओं के खिलाफ मिलीभगत करने वाले अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा।