संभागीय आयुक्त बोले, चम्बल नदी में गिर रहे गंदे नाले, इन्हें रोकें
संभागीय आयुक्त कैलाशचंद मीना ने गंभीरता से लेते हुए कहा, ठोस कार्य योजना बनाएं। शुद्धीकरण के लिए टीम भावना से कार्य करें। इसमें किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरती जाए।
संभागीय आयुक्त कैलाशचंद मीना ने गंभीरता से लेते हुए कहा, ठोस कार्य योजना बनाएं
कोटा. शहर के गंदे नालों को चम्बल नदी में गिरने से रोकने के मुद्दे को लेकर शुक्रवार को संभागीय आयुक्त कार्यालय में नगर निगम, नगर परिषद बारां, बूंदी, झालावाड़, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभागों की संयुक्त बैठक हुई। चम्बल नदी में गिरने वाले गंदे नालों को संभागीय आयुक्त कैलाशचंद मीना ने गंभीरता से लेते हुए कहा, ठोस कार्य योजना बनाएं। शुद्धीकरण के लिए टीम भावना से कार्य करें। इसमें किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरती जाए। बैठक में ठोस कचरा प्रबंधन, प्लास्टिक कचरा संग्रहण, बायोमेडिकल वेस्ट के प्रभावी निस्तारण के लिए किए जा रहे कार्यों एवं विस्तृत कार्य योजना के बारे में जानकारी ली गई।
संभागीय आयुक्त ने बूंदी, बारां एवं झालावाड़ के नगर पालिका के आयुक्त को निर्देशित किया कि वे शहर को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए अभियान के रूप में प्रभावी कार्यवाही करें। कोटा स्मार्ट सिटी के तहत चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए उन्होंने नगर निगम कोटा उत्तर आयुक्त एवं दक्षिण आयुक्तों को निर्देश दिए कि स्मार्ट सिटी के तहत चल रहे विकास कार्यों को तय समय सीमा में गुणवत्ता से पूरा कराएं। बैठक में अतिरिक्त संभागीय आयुक्त प्रियंका गोस्वामी, आयुक्त नगर निगम कोटा उत्तर वासुदेव मालावत, कोटा दक्षिण की आयुक्त कीर्ति राठौड़, स्थानीय निकाय विभाग की उप निदेशक दीप्ति मीणा सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।