अजब-गजब: भारत में यहां आधी रात को होता है पटाखा युद्ध, युवाओं के बीच होता जबरदस्त घमासान देखने देशभर से आते हैं लोग
अदा की रस्मसमाज के लोगों ने रविवार को दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजन के पहले अपने-अपने क्षेत्र के जलाशयो पर पहुंचे, जहां उन्होंने सांठ भरने की रस्म अदा की। चम्बल किनारे स्थित भीतरिया कुण्ड, रंगबाड़ी कुण्ड, नयागांव, सकतपुरा, छावनी समेत शहर व आसपास के इलाकों में सिथति जलाशयों पर रौनक नजर आई।
दिवाली की रात दुकानों-मकानों में लगी भीषण आग, लाखों का सामान खाक, जान बचाने को 2 मंजिला मकान से कूदे लोग
ऐसे किया जाता है तर्पणराजस्थान गुर्जर महासभा के प्रदेशउपाध्यक्ष मन्नालाल गुर्जर ने बताया कि गुर्जर समुदाय द्वारा दीपावली की अमावस्या पर सांठ भरने की रस्म की जाती है। जिसमे गुर्जर समाज अपने छोटे-बड़े परिवार के सभी सदस्यो के साथ नए कपड़े और अपने घरो में अपने पूर्वजो के लिए बनाया गया भोग लेकर आते है और उस भोजन को एक पात्र में रखकर मिलाया जाता है और उस पात्र से थोड़ा-थोड़ा भोजन लेकर गन्नो और घांस की पूलो की बेल बनाकर आपस में जोड़ते है और एक लाइन में खड़़े होकर एक साथ पानी में विसर्जित करके अपने पूर्वजो का तर्पण करते है। साथ ही अपने परिवार की खुशहाली और समृद्धि. की कामना करते है। इसी के चलते साथभरने की रस्म अदा की गई। सांठ भरने की रस्म अदा करने के बाद उन्होंने पटाखे चलाए व एक दूसरे को दीपावली की शुभकामना दी। शिवपुरा स्थित भीतरिया कुण्ड में गुर्जर समाज के किसन कसाना, सज्जन सिंह भडाना, देवलाल गोचर, राजेश बोड, बजरंगलाल, लेखराज कसाना सहित गुर्जर समाज के लोग उपस्थित थे।