New medical college : आरसीटी एक्स-रे के लिए फिल्म नहीं यहां किसान आंदोलन समिति के संयोजक कुंदन चीता, भौंरा जल वितरण समिति अध्यक्ष रणवीर सिंह झाला आदि ने बताया कि बीमा कम्पनियों द्वारा बैकों के माध्यम से फसली ऋण पर प्रीमियम तो पूरा वसूल लिया जाता है। फाइलिंग चार्ज के प्रत्येक किसान से 2500 रुपए अलग से ले लिए जाते हैं, लेकिन जब क्लेम देने की बारी आती है तो कम्पनियों द्वारा कई अड़चनें लगा दी जाती है। उन्होंने मांग की है कि जिस प्रकार सरल तरीके से बैंकों के माध्यम से बीमा कम्पनियां प्रीमियम प्राप्त करती हैं, फसल खराबे पर किसानों को उसी प्रकार से सरल तरीके से क्लेम वितरित किया जाए।
चिकित्सा विभाग को ठेंगा, कोटा में डेंगू की एंट्री बीमा कम्पनियों को पाबंद किया जाए कि फसल खराब होने पर तत्काल किसानों को क्लेम राशि डाली जाए। इस दौरान किसान प्रतिनिधि नरेश शर्मा, पंकज लोढा, गौरव शर्मा, इंद्रमोहन हनी, कांग्रेस महिला देहात जिलाध्यक्ष गायत्री सिसोदिया, पूर्व पंचायत समिति सदस्य मंजूर तंवर, धर्मेंद्र राव, गोपाल भारद्वाज आदि मौजूद रहे।