जब गुरुवार को यह पत्र कलक्टर को मेल पर मिला तो वे जयपुर जा रहे थे। उन्होंने रास्ते से ही चिकित्सा अधिकारियों को फोन पर महिला का उपचार करने और काउंसलिंग करने को कहा। इसके बाद गुरुवार को डॉ. महेन्द्र त्रिपाठी और डॉ. निधि सक्सेना ने महिला के घर जाकर उपचार किया। उस समय वह बहुत घबराई हुई थी और तनाव में थी। शुक्रवार को भी डॉ. सक्सेना ने उपचार के साथ तनावग्रस्त महिला की काउंसलिंग की।
काउंसलिंग कराई
पति से परेशान होने का हवाला देकर विदेशी मूल की महिला ने मेल भेजकर चिकित्सकीय मदद मांगी थी। इसके बाद आरसीएचओ और एक महिला डॉक्टर को उपचार के लिए भेजा। उसकी काउंसलिंग कराई गई है।
मुक्तानंद अग्रवाल, कलक्टर
कोटा में कहर बरपाकर राजवीर ने जयपुर तक बदले ठिकाने, पुलिस को दिया चकमा, फिर यूं शिकंजे में फंसा
हम खुश हैं, साथ हैं
मेरी पत्नी से मेरा कोई विवाद नहीं है, मैंने उसे परेशान भी नहीं किया। हम तीन साल से साथ हैं। पति-पत्नी के बीच छोटी-मोटी नोक झोंक चलती रहती है। हम खुश हैं, यहां चिकित्सक भी आए थे, वे भी संतुष्ट होकर गए हैं। अभी भी मैं पत्नी के साथ रह रहा हूं।
डॉ. संकेत यादव