ग्रह-नक्षत्रों से बन रहे हैं शुभ संयोग ज्योतिषाचार्य अमित जैन के अनुसार इस साल गणेश चतुर्थी पर ग्रह-नक्षत्रों की शुभ स्थिति से शुक्ल और रवियोग बन रहे हैं। इनके साथ ही सिंह राशि में चतुर्ग्रही योग भी बन रहा है। यानी सिंह राशि में सूर्य, मंगल, बुध और शुक्र हैं। ग्रह-नक्षत्रों के इस शुभ संयोग में गणेश स्थापना होने से समृद्धि और सुख-शांति मिलेगी। वहीं कई लोगों की मनोकामना भी पूरी होगी।
वहीं सोमवार को दिन की शुरुआत हस्त नक्षत्र में होगी और गणेश स्थापना चित्रा नक्षत्र में की जाएगी। मंगल के इस नक्षत्र में
चंद्रमा होने से शुभ फल प्राप्त होते हैं।चित्रा नक्षत्र और चतुर्थी का संयोग सुबह लगभग 8:33 बजे से शुरू होगा और पूरे दिन तक रहेगा।
गणेश स्थापना के लिए श्रेष्ठ है मध्याह्न काल भाद्रपद महीने के शुक्लपक्ष की चतुर्थी को मध्याह्न के समय गणेश जी का
जन्म हुआ था। इसलिए भगवान
गणेश की स्थापना और पूजा का सबसे श्रेष्ठ समय मध्याह्न काल ही माना गया है। जो कि सुबह लगभग 11:11 से दोपहर 1:42तक रहेगा। इसके अलावा पूरे दिन शुभ संयोग होने से सुविधा अनुसार किसी भी शुभ लग्न या चौघड़िया मुहूर्त में गणेश स्थापना की जा सकती है।
प्रातः – 6 :10बजे से 7:44बजे तक अमृत चौघड़िया,सुबह – 9:18से10:52बजे तक शुभ चौघड़िया,दोपहर बाद 2बजे से शाम6:43बजे तक चर, लाभ,अमृत के चौघड़िया में भी
गणपति की पूजन और स्थापना करना उत्तम रहेगा।