कोटा की कोचिंग में हाई वोल्टेज हंगामा, युवक ने ब्लेड से काट डाली हाथ की नस, खून बहता देख सहम गए छात्र-छात्राएं
बालिका की मां ममता बाई उसे सुबह साढ़े आठ बजे विद्यालय छोड़कर गई थी। विद्यालय में पढऩे वाले बच्चे विद्यालय आ ही रहे थे। इस दौरान अक्षिता खेलते हुए दुकान से सटे टीन शेड के लोहे के पोल के पास जा पहुंची और जिसमें दौड़ रहे करंट की चपेट में आकर अचेत हो गई। इस पर उसे बोराव स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया जहां से रावतभाटा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रैफर किया, लेकिन तब तक बालिका दम तोड़ चुकी थी। बताया जा रहा है कि बालिका काफी चंचल स्वाभाव की थी। जैसे ही गांव में उसकी मौत की खबर पहुंची चारो और मातम छा गया।
भैंसरोड़गढ़ थानाधिकारी पर्वत सिंह ने बताया कि इस मामले में बोराव निवासी बालिका के पिता नन्द किशोर सुथार ने विद्यालय संचालक सिंगोली निवासी अरविंद कुमार विश्नोई पर लापरवाही का आरोप लगाया है। बालिका के परिजनों का कहना है कि बालिका को विद्यालय में छोडऩे के बाद उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी विद्यालय प्रबंधन की होती है। परिजनों ने बालिका की मौत का जिम्मेदार विद्यालय संचालक को ठहराते हुए उसके खिलाफ कार्रवाई की मांग की।