वाणिज्य विभाग के अधिकारियों ने बताया हर रोज मंडल में औसत डेढ़ करोड़ रुपए यात्रीभार से और इतनी ही आय माल परिवहन से होती है, लेकिन दोनों पर प्रतिकूल असर पड़ा है। सोमवार को कोटा मंडल से गुजरने वाली करीब 26 ट्रेनें रद्द रहीं और 26 ट्रेनों को मार्ग बदलकर चलाया गया। वहीं कई ट्रेनों को आंशिक रद्द रखा गया। इस कारण आरक्षित श्रेणी के करीब 30 हजार यात्रियों को अपनी यात्रा स्थगित करनी पड़ी। वहीं सामान्य श्रेणी और पैसेंजर ट्रेनों का सफर करने वाले करीब 40 हजार यात्री सफर नहीं कर पाए।
मंडल के केवल पांच आरक्षण केन्द्रों पर ही 8 से 10 फरवरी के बीच 21 लाख 77 हजार 665 रुपए यात्रियों को रिफण्ड करना पड़ा। वहीं सोमवार को भी हजारों यात्रियों ने टिकट निरस्त कराए। ऑनलाइन आरक्षण कराने वाले यात्रियों को उनके खाते में रिफण्ड करने की प्रक्रिया की जा रही है। कुल आरक्षित यात्रियों में से 60 प्रतिशत यात्री ई-टिकट पर यात्रा करते हैं। पूरे मंडल में आरक्षण आंदोलन से अब तक करीब 6 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है। जयपुर मंडल में भी ट्रेन संचालन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। जयपुर मंडल के स्टेशनों से गुजरने वाली 3 ट्रेनों को मार्ग परिवर्तित कर चलाया गया। दो ट्रेनें रद्द और 2 आंशिक रद्द की गई।
यह रहेगी स्थिति
रेल प्रशासन के अनुसार मंगलवार को भी कोटा मंडल से गुजरने वाली 29 टे्रनें रद्द रहेंगी और 25 से ज्यादा ट्रेनों को मार्ग बदलकर चलाया जाएगा और 12 ट्रेनें आंशिक रूप से रद्द रहेगी। जयपुर मंडल से गुजरने वाली ट्रेनें भी प्रभावित रहेंगी।
आरक्षण आंदोलन के कारण दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग ठप होने से राजस्व में भारी गिरावट आई है। यात्रियों को परेशानी होने के साथ माल का भी लदान नहीं हो पा रहा है। कोटा से ग्रेन और सीमेंट मालगाड़ी से बाहर भेजा जाता है।
विजय प्रकाश, सीनियर डीसीएम, कोटा मंडल
फैक्ट
90 ट्रेनों का औसत हर रोज कोटा मंडल में संचालन होता है 52 ट्रेनें आंदोलन से प्रभावित हुई 97 स्टेशनों पर कोटा मंडल में ट्रेनें ठहरती हैं 29 स्टेशनों के यात्रियों को हो रही परेशानी
1.5 करोड़ रुपए कोटा मंडल की औसत यात्री आय 1 करोड़ की औसत आय घट गई 1.5 करोड़ से ज्यादा औसत रोज की गुड्स परिवहन की आय है
औसत 1 करोड़ की आय घट गइ
आरकेसीएल परीक्षा पर भी छाए संकट के बादल, छात्रों का भविष्य दांव पर
कोटा. गुर्जर आंदोलन के चलते राजस्थान नॉलेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आरकेसीएल) परीक्षा पर संकट के बादल छा गए हैं। वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय (वीएमओयू) 17 फरवरी को प्रदेशभर के 300 से ज्यादा केंद्रों पर परीक्षा आयोजित करा रहा है, लेकिन कई जिले आंदोलन की चपेट में आने के बाद विवि प्रशासन परीक्षा आयोजित करानी है या नहीं इस बाबत 13 फरवरी को फैसला करेगा।
सरकारी सेवाओं में अनिवार्य हो चुके कम्प्यूटर प्रशिक्षण प्रमाण पत्र जारी करने के लिए वीएमओयू साल में दो बार आरकेसीएल के साथ मिलकर कम्प्यूटर सर्टिफिकेट एग्जाम आयोजित कराता है। विवि इस साल पहली परीक्षा 17 फरवरी को करा रहा है। इसमें 5.58 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं। टीमें 14 फरवरी को परीक्षा कराने के लिए निकलेंगी, लेकिन करीब चौथाई परीक्षा केंद्र गुर्जर आंदोलन की चपेट में होने के कारण परीक्षा कराना तो दूर वहां तक परीक्षा सामग्री पहुंचाना असंभव हो गया है।
दो दिन का इंतजार
वीएमओयू के परीक्षा नियंत्रक प्रो. बी अरुण ने बताया विवि प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। यदि 13 फरवरी तक आंदोलन नहीं थमा तो आरकेसीएल एग्जाम रद्द कर दिया जाएगा।