हरिश्चन्द्र सागर सिंचाई परियोजना जल प्रवाह शुरू, टेल पर पानी पहुंचना मुश्किल
कोटा, सांगोद. मानसून की बेरुखी से सूख रही सोयाबीन, धान व अन्य फसलों को बचाने के लिए जल संसाधन विभाग ने सांगोद क्षेत्र में निकल रही हरिश्चन्द्र सागर सिंचाई परियोजना की मुख्य नहर में जल प्रवाह शुरू कर दिया है। हालांकि चम्बल की नहरों में पानी छोडऩे का निर्णय रविवार को भी नहीं हो पाया है।

कोटा, सांगोद. मानसून की बेरुखी से सूख रही सोयाबीन, धान व अन्य फसलों को बचाने के लिए जल संसाधन विभाग ने सांगोद क्षेत्र में निकल रही हरिश्चन्द्र सागर सिंचाई परियोजना की मुख्य नहर में जल प्रवाह शुरू कर दिया है। हालांकि चम्बल की नहरों में पानी छोडऩे का निर्णय रविवार को भी नहीं हो पाया है।
हरिश्चन्द्र सागर सिंचाई परियोजना खानपुर तहसील क्षेत्र में जगह-जगह किसानों ने नहर में अवरोध लगाकर पानी को रोक लेने से खानपुर तहसील के गांवों में तो किसानों को पानी मिल रहा है, लेकिन सांगोद तहसील क्षेत्र में नहर पूरी तरह से खाली है। विभाग अवरोधकों को हटाने की जहमत नहीं उठा रहा। इससे क्षेत्र में पानी को तरस रहे किसानों में रोष बढ़ता जा रहा है।

किया मुआयना, दी चेतावनी
किसानों की शिकायत के बाद रविवार को पूर्व विधायक हीरालाल नागर ने भी नहरी क्षेत्र का अवलोकन किया। इस दौरान पनवाड़ तक नहर लबालब थी वहीं सांगोद इलाके में नहर सूखी पड़ी थी। मौके पर ही पूर्व विधायक ने मुख्य अभियंता से दूरभाष पर वार्ता की और चेतावनी दी की दो दिन में नहर के अवरोध नहीं हटे तो मजबूरन सांगोद क्षेत्र के किसानों को पनवाड़ क्षेत्र में जाकर अवरोध हटाने पड़ेंगे। कानून व्यवस्था बिगड़ती है तो इसकी जिम्मेदारी विभाग की होगी।
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