राव जब बारां कलक्टर थे, तब हमेशा सीना ताने चलते थे, लेकिन जब एसीबी द्वारा कोर्ट में पेश किया गया तो चेहरे पर उदासी थी। अदालत में चारों और मीडियाकर्मी और कैमरा देखकर राव ने गर्दन नीचे कर ली। पत्रकारों के किसी भी सवाल का राव ने कोई जवाब नहीं दिया। वे बिना उत्तर दिए एसीबी की गाड़ी में बैठ गए।
एसीबी जयपुर की स्पेशल सेल के प्रभारी व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सी.पी. शर्मा ने कहा कि राव की सम्पत्तियों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही और अनुसंधान किया जा रहा है।
राव के विरुद्ध रिश्वत के मामले में मुकदमा दर्ज है। पीए महावीर नागर ने पूछताछ में कलक्टर के लिए रिश्वत लेना कबूल किया था। जांच में तत्कालीन बारां कलक्टर रहे राव की संलिप्तता के कई साक्ष्य मिले थे। पीए ने कलक्टर ने पूछताछ में स्पष्ट कहा था कि 1.40 लाख की घूस ली है। इसमें एक लाख कलक्टर के और 40 हजार रुपए पीए के थे। एसीबी ने कलक्टर कार्यालय कक्ष, पीए कक्ष व राजस्व शाखा में कई फ ाइलों को खंगाला गया। उन फ ाइलों को कब्जे में लिया, जिससे रिश्वत के मामले की जांच को सही दिशा मिल सके। पीए महावीर नागर फिलहाल जेल में ही है।