सेंट्रल जेल अधीक्षक सुमन मालीवाल ने रविवार को रामगंजमंडी जेल पहुंची। उन्होंने उपकारागृह का निरीक्षण किया। उपकारागृह प्रभारी विनोद मौर्य को कोटा के लिए रिलीव करके उनकी जगह उपकारागृह का कार्यभार सुरेन्द्र कुमार को सांैपा। जेल अधीक्षक ने शनिवार को हुई घटना के मामले की विस्तृत रिपोर्ट ली।
उपकारागृह प्रभारी विनोद मौर्य की तरफ से रविवार को रामगंजमंडी पुलिस में उपकारागृह में शनिवार को सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, राजकार्य में बाधा, सरकारी कर्मचारियों के साथ मारपीट, जेलर स्टाफ से अभ्रदता तथा जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करने की धाराओं में इमरान, समीर, राहिल, नासिर, जाकिर, राहुल, भाविक, अरबाज, रहीम सहित अन्य के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराया है। मामले की जांच उपाधीक्षक मनजीत सिंह को सौंपी गई है।
उल्लेखनीय है कि उपकारागृह में शनिवार को कोटा निवासी कैदी रहीम व झालावाड़ निवासी अरबाज में भोजन करते समय झगड़ा हो गया था। रहीम ने अरबाज पर कटोरी से सिर पर हमला करके उसे घायल कर दिया था। इस घटना के बाद उपकारागृह में कैदियों ने उत्पात मचाया। जेल में लगी टीवी के साथ ट्यूबलाइटें फोड़ दी।
जेल प्रहरियों पर हमले का प्रयास किया तथा जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया। जेल में उत्पात की घटना के बाद रामगंजमंडी पुलिस का जाप्ता मौके पर लगाया गया। उपाधीक्षक मनजीत सिंह, तहसीलदार भारत सिंह मौके पर पहुंचे। शनिवार की रात को उपकारागृह से आठ उत्पात मचाने वाले बंदियों को कोटा सेंट्रल जेल भेज दिया था। मामले की सूचना उच्चाधिकारियों को देने के बाद रविवार को कोटा जेल अधीक्षक मालीवाल रामगंजमंडी पहुंची।