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जिन्स के अलावा नकदी भी ले ली
कस्बे में तीन साल से दुकान लगाते गल्ला व्यापारी दिनेश शर्मा ने दो तीन माह पूर्व कई किसानों से गेहूं तथा चने की उपज खरीदकर सात दिन की अवधि में पेमेन्ट देने का वादा किया था। कई किसानों से उसने लाखों रुपए नकदी भी उधार पर ले लिए। इसके बाद अधिक कीमत पर खरीदा गेहूं-चना दूसरे बड़े व्यापारियों को कम कीमत पर बेच हाथों हाथ राशि ले यह व्यापारी गायब हो गया। जिसे पुलिस पकड़ लाई है। इस सम्बंध में जांच अधिकारी भगवान सिंह ने बताया कि व्यापारी ने लाखों की जिन्स खरीद एवं बेचान के बाद रकम कहां खपाई इसकी जांच की जा रही है। गायब व्यापारी की गिरफ्तारी की पुष्टि से उन्होने इंकार किया। दूसरी ओर इस सम्बन्ध में अधिक जानकारी लेने के लिए गुरूवार को ‘पत्रिका संवाददाताÓ का फोन पुलिस के अन्य अधिकारियों ने नहीं उठाया।
जिन्स के अलावा नकदी भी ले ली
कस्बे में तीन साल से दुकान लगाते गल्ला व्यापारी दिनेश शर्मा ने दो तीन माह पूर्व कई किसानों से गेहूं तथा चने की उपज खरीदकर सात दिन की अवधि में पेमेन्ट देने का वादा किया था। कई किसानों से उसने लाखों रुपए नकदी भी उधार पर ले लिए। इसके बाद अधिक कीमत पर खरीदा गेहूं-चना दूसरे बड़े व्यापारियों को कम कीमत पर बेच हाथों हाथ राशि ले यह व्यापारी गायब हो गया। जिसे पुलिस पकड़ लाई है। इस सम्बंध में जांच अधिकारी भगवान सिंह ने बताया कि व्यापारी ने लाखों की जिन्स खरीद एवं बेचान के बाद रकम कहां खपाई इसकी जांच की जा रही है। गायब व्यापारी की गिरफ्तारी की पुष्टि से उन्होने इंकार किया। दूसरी ओर इस सम्बन्ध में अधिक जानकारी लेने के लिए गुरूवार को ‘पत्रिका संवाददाताÓ का फोन पुलिस के अन्य अधिकारियों ने नहीं उठाया।
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कस्बे में जगह जगह दुकानें खोल अब भी कई लोग अवैध रूप से लाखों की जिन्स खरीद रहे हैं। इसके बदले किसानों को कच्ची पर्ची दी जाती है। ऐसे में सवाल यह है कि लम्बे समय से मंडी टेक्स, आढ़त आदि चुकाए बिना अवैध कृषि जिन्स का व्यापार करते दिनेश शर्मा सहित अन्य कई लोगों पर अब तक किसी प्रशासनिक अधिकारी ने कोई कार्यवाही क्यों नहीं की। अवैध कारोबार से जुड़े ऐसे व्यापारी ले देकर अपनी दुकानदारी चला रहे हैं। वहीं इनके झांसे में आकर मेहनत कश किसान कुछ अधिक कीमत मिलने के फेर में अपनी रकम गंवा रहे हैं।
कस्बे में जगह जगह दुकानें खोल अब भी कई लोग अवैध रूप से लाखों की जिन्स खरीद रहे हैं। इसके बदले किसानों को कच्ची पर्ची दी जाती है। ऐसे में सवाल यह है कि लम्बे समय से मंडी टेक्स, आढ़त आदि चुकाए बिना अवैध कृषि जिन्स का व्यापार करते दिनेश शर्मा सहित अन्य कई लोगों पर अब तक किसी प्रशासनिक अधिकारी ने कोई कार्यवाही क्यों नहीं की। अवैध कारोबार से जुड़े ऐसे व्यापारी ले देकर अपनी दुकानदारी चला रहे हैं। वहीं इनके झांसे में आकर मेहनत कश किसान कुछ अधिक कीमत मिलने के फेर में अपनी रकम गंवा रहे हैं।