कोटा. शहर में रात में भी घायल गायों को उपचार की सुविधा मिलेगी, नगर निगम की ओर से जल्द ही रात्रिकालीन एम्बुलेंस सेवा शुरू की जाएगी। इसके अतिरिक्त कर्मचारी व चालक लगाए जाएंगे।
“राजस्थान पत्रिका” ने रात के समय गायों के दुर्घटनाग्रस्त होने पर पशु चिकित्सालय ले जाने की कोई व्यवस्था नहीं होने तथा थेगड़ा रोड पर एक घायल गाय के रातभर तड़पने का मामला प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसमें निगम के आला अधिकारियों ने कहा था कि निगम के पास संसाधन नहीं होने के कारण रात्रि में घायल गोवंश को अस्पताल पहुंचने की व्यवस्था नहीं है। ‘पत्रिका’ में समाचार प्रकाशित होने के बाद निगम प्रशासन हरकत में आया है। गोशाला समिति अध्यक्ष पवन अग्रवाल ने बताया कि निगम के पास दो एनीमल्स एम्बुलेंस हैं। इसमें एक चौबीस घण्टे फायर ब्रिगेड कार्यालय पर खड़ी रखी जाएगी। यह एम्बुलेंस रात्रिकालीन सेवा के लिए उपलब्ध रहेगी। दूसरी एम्बुलेंस काउन हाउस में रखी जाएगी। उपायुक्त राकेश डागा ने दोनों एम्बुलेंस के संचालक का प्रस्ताव आयुक्त को भेज दिया है। इसमें दस कर्मचारी और पांच ड्राइवर लगाए जाएंगे। प्रस्ताव को मंजूरी मिलते ही चौबीस घण्टे घायल मवेशियों को पशु चिकित्सालय भेजने का बंदोबस्त हो जाएगा।