बागवानी में बढ़ी किसानों की रूचि, बन रहे खुशहाल
संतरा, नींबू और अमरूद के बगीचों से लाखों रुपए का किसान कमा रहे मुनाफा
बागवानी में बढ़ी किसानों की रूचि, बन रहे खुशहाल
सुल्तानपुर. यंू तो खेती किसानी में तरह-तरह के प्रयोग किसानों को लाभान्वित करते रहते है, लेकिन इस बार किसानों का रूख परम्परागत खेती से बागवानी की ओर अधिक है। दीगोद तहसील क्षेत्र से कुल दो दर्जन से अधिक किसानों ने बागवानी की तरफ रुख किया तो उनकी किस्मत खुल गई। पहले साल में दो फसल बुवाई से लेकर बेचान तक जीवन यापन करने वाले किसानों ने बागवानी के साथ खुद का बगीचा तैयार किया तो लाखों रुपए कमाकर अब वह उन्नत हो रहे है। किसानों का कहना है कि कम लागत में अधिक मुनाफा कमाने से उनकी किस्मत खुल गई है। किसान अपने बगीचों से वर्षभर फल लेकर उन्हें बाजार में बेचकर लाखों रुपए का लाभ कमा रहे हैं। तो वही बगीचे के साथ साथ पौधे के बीच शेष जगह में फसल भी कर अधिक लाभ प्राप्त कर रहे है। इसमें नींबू व अमरूद के प्रति किसानों की काफी रूचि है। वर्षभर नींबू देने वाले पौधों से नींबू बेचने के बाद अब अमरूदों की भरमार बनी हुई है। जहां बगीचे के बाहर ही दुकान लगाकर किसान प्रतिदिन लाभ कमा रहे है।
अधिकतम 2 वर्ष मे तैयार हो रही बगीचा
किसान गिरिराज गुप्ता व पुरुषोतम नागर ने बताया कि कभी अतिवृष्टि, क भी ओलावृष्टि व अन्य कारणों से लगातार किसानों को क ाफी नुकसान उठाना पड़ता है। बागवानी में एक बार मेहनत करने के बाद उससे स्थायी रूप से लाभ प्राप्त हो रहा है। इसमें खेती के साथ साथ पशुपालन भी किया जा सकता है। कृषि विभाग की माने तो बागवानी में लाभ देख इस बार किसानों की रूचि काफी बढ़ी है। कस्बे समेत क्षेत्र मे दो दर्जन से अधिक किसानों द्वारा लगाए नींबू,आंवला, मौसमी व अमरूदों के बगीचों से वर्षभर ही फल आते है। जिनको वर्षभर बाजारों में भेजते रहते है। जिससे उनको वर्षभर ही आय होने से लाखों रुपए की कमाई हो रही है। जिला विस्तार अधिकारी डॉ. तनोज चौधरी ने बताया कि बागवानी वाले किसानो के बगीचे को तैयार होने में अधिकतम 2 वर्ष लगते है। इसके बाद सतत रूप से यहां वर्षभर फल आते रहते हैं। फलो के पौधे लगाने के साथ ही अन्तराशस्य पद्धति से पौधे के बीच मे रही जगह मे छोटी फसल व सब्जियों की भी खेती कर सकते है। जिससे एक पंथ दो काज और कम लागत में अधिक मुनाफा प्राप्त होता है।
कृषि विभाग व उद्यान विभाग करता मदद
कृषि पर्यवेक्षक सीपी मीणा व संजय गौतम ने बताया कि खेती में बागवानी अपनाने से किसानों को अधिक लाभ प्राप्त हो रहा है। उद्यान विभाग से बगीचे लगाने पर तरह-तरह की योजनाएं किसानों के लिए चल रही है। किसानों को पौधे लगाने ,बगीचा तैयार करने, ड्रिप लगाने पर अनुदान दिया जाता है। इन किसानों को भी 5 वर्ष के बगीचों के पेड़ पौधे होने के बाद बगीचे पर भी अनुदान है। ऐसे में किसानों को खेती के साथ साथ कुछ बीघा में बागवानी के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है। ताकि किसान अपनी आय को भी बढ़ा सकता है।
हर तरह से लाभ देती बागवानी
बागवानी के लिए किसानों को अनुदानित दर पर पौधे तथा बूंद बूंद सिंचाई पद्धति पर अनुदान दिया जाता है। किसानों को कम लागत में अधिक मुनाफा प्राप्त होता है। जिससे किसानों का रूख कृषि के साथ साथ उद्यानिकी की ओर भी हो रहा है। इसमें किसान स्वयं छोटी नर्सरी भी तैयार कर अन्य किसानों को फल पौधे बेचकर लाभ कमा सकते हैं। उद्यान विभाग से बगीचे लगाने पर तरह-तरह की योजनाएं किसानों के लिए चल रही है। जिससे किसान आय को भी बढ़ा सकता है।
डॉ. तनोज चोधरी,जिला विस्तार अधिकारी सीएडी विभाग
Home / Kota / बागवानी में बढ़ी किसानों की रूचि, बन रहे खुशहाल