इस वर्ष यह परीक्षा देश के 167 एवं विदेश में 4 शहरों में संपन्न होगी। जबकि गत वर्ष तक यह परीक्षा देश के 155 शहरों तथा विदेशों के 6 शहरों में संपन्न हुई थी। इस वर्ष राजस्थान में यह परीक्षा अजमेर, अलवर, बीकानेर, जयपुर, जोधपुर, सीकर एवं उदयपुर में आयोजित होगी। कोटा में इस वर्ष भी परीक्षा केन्द्र ना होने के कारण विद्यार्थियों को तपती गर्मी में हजारों किलोमीटर की यात्रा करनी होगी।
ओपन कैटिगिरी में 12 हजार 675 विद्यार्थी कम होंगे क्वालिफाई आहूजा के अनुसार इस वर्ष एडवांस्ड परीक्षा के लिए पात्र सभी कैटिगिरी मिलाकर कुल 2 लाख 50 हजार विद्यार्थी क्वालिफाई होंगे। जिनमें गत वर्ष के मुकाबले ओपन कैटिगिरी में 12 हजार 675 विद्यार्थी कम क्वालिफाई होंगे। गत वर्ष 1 लाख 13 हजार 925 विद्यार्थी ओपन कैटिगिरी से जेईई एडवांस्ड देने के लिए पात्र घोषित किए गए थे और इस वर्ष 1 लाख 1 हजार 250 विद्यार्थी ही ओपन कैटिगिरी से क्वालिफाई होंगे। ईडब्ल्यूएस कैटिगिरी में 10 प्रतिशत आरक्षण किए जाने से 15 हजार 200 विद्यार्थी ज्यादा क्वालिफाई होंगे। इस वर्ष ईडब्ल्यूएस कैटिगिरी 25 हजार विद्यार्थी क्वालिफाई किए जाने हैं। जबकि गत वर्ष 9 हजार 800 विद्यार्थी ही क्वालिफाई किए गए थे।
3 प्रतिशत फीमेल पूल कोटा बढऩे से लड़कियों को मिलेगा फायदा आहूजा के अनुसार सुपरन्यूमेरेरी सीटें मिलाकर फीमेल पूल कोटा 17 से 20 प्रतिशत करने से काफी पीछे की रैंक वाली छात्रा को भी आईआईटी मिलना आसान हो जाएगा। आंकड़ों के अनुसार समझें तो गत वर्ष टॉप 7 आईआईटी की कम्प्यूटर साइंस ब्रांच में आईआईटी गुवाहाटी में 1800 एआईआर पर फीमेल को आवंटित की गई। इसके साथ ही 11 हजार 262 रैंक वाली छात्रा को भी आईआईटी जम्मू में सीएस ब्रांच आवंटित हुई।
एडवांस्ड देने की कट ऑफ पर पड़ेगा प्रभाव