एजेंसी ने आग्रह को स्वीकार करते हुए नोटिस में स्पष्ट किया कि “दिव्यांगजन चाहे स्क्राइब की सुविधा का उपयोग करें या ना करें” किंतु उन्हें जेईई मेंस अप्रैल- 2020 की परीक्षा में 1 घंटे का अतिरिक्त समय दिया जाएगा। शिक्षाविद देव शर्मा ने स्पष्ट किया कि उपरोक्त सुविधा के लिए दिव्यांग विद्यार्थियों को सक्षम अधिकारी द्वारा दिव्यांगता का प्रमाण पत्र तय समय सीमा में प्रस्तुत करना होगा।
ज्ञात रहे कि जेईई मेंस अप्रैल- 2020 के ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 6 मार्च 2020 है। आवेदन फीस 7 मार्च तक जमा की जा सकती है। क्या दोहरा सकता है 2019 का इतिहास…
2 महीने की कड़ी मेहनत ने बदल डाले थे 13 राज्यों एवं 2 केंद्र शासित प्रदेशों के टॉपर्स नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा जेईई मेंस की परीक्षा गत वर्ष-2019 में जनवरी एवं अप्रैल में दो बार आयोजित की गई थी। नॉर्मलाइजेशन के द्वारा परसेंटाइल की गणना दशमलव के 7 अंको तक की गई थी,तत्पश्चात जनवरी एवं अप्रैल अटेम्प्ट के बेहतर नॉर्मलाइज्ड स्कोर के आधार पर परिणाम घोषित किया गया था। देव शर्मा ने बताया कि जनवरी-2019 अटेम्प्ट के परिणाम के आधार पर देश के विभिन्न राज्यों के स्टेट टॉपर्स घोषित किए गए थे। किंतु अप्रैल अटेम्प्ट के पश्चात जब नॉर्मलईजेशन के आधार पर अंतिम परिणाम जारी किया गया तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए थे।
क्या फिर से जनवरी 2020 से लेकर अप्रैल 2020 में इस तरह के चौंकाने वाले तथ्य सामने आएंगे यह एक यक्ष प्रश्न है ? विद्यार्थियों द्वारा 2 माह में की गई कड़ी मेहनत कितने बड़े उलटफेर कर सकती है,यह तथ्य जेईई मेंस- 2019 के परिणामों से उजागर होता है। देव शर्मा ने बताया कि वर्ष 2019 के परिणामों के आधार पर यदि राजस्थान की बात की जाए तो जनवरी- 2019 के आधार पर “शुभंकर गंभीर” एवं “संबित बेहरा” संयुक्त रूप से राजस्थान स्टेट टॉपर थे। किंतु अप्रैल अटेम्प्ट के पश्चात अंतिम परिणाम की बात की जाए तो राजस्थान स्टेट टॉपर होने का गौरव “निशांत अभांगी”को जाता है।
पड़ोसी राज्य हरियाणा की बात करें तो जनवरी में “आशुतोष सिंगला” द्वारा स्टेट टॉप किया गया था किंतु अप्रैल अटेम्प्ट के पश्चात अंतिम परिणाम के आधार पर हरियाणा राज्य के स्टेट टॉपर का स्थान “द्रव्य मारवाह” द्वारा हासिल किया गया। कुल मिलाकर बात की जाए तो अप्रैल अटेम्प्ट के पश्चात 13 राज्यों के तथा 2 केंद्र शासित प्रदेशों के स्टेट टॉपर्स बदल गए।
केंद्र शासित प्रदेशों में लक्ष्यदीप हेतु जनवरी अटेम्प्ट के आधार पर “अब्दुल जावेद पा” द्वारा टॉप किया गया था। लेकिन अंतिम परिणाम के आधार पर लक्ष्यदीप के टॉपर होने का गौरव “टॉम साजू” द्वारा प्राप्त किया गया।
दादरा एवं नगर हवेली से जनवरी के आधार पर “विश्वजीत देशमुख” टॉपर थे। किंतु अंतिम परिणाम के आधार पर “अथर्व शारावागी” को स्टेट टॉपर घोषित किया गया।
उपरोक्त तथ्य निश्चित तौर पर जेईई मेंस अप्रैल-2020 की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों के लिए अत्यंत उत्साहवर्धक है तथा स्पष्ट संदेश देते हैं कि विद्यार्थियों को अपने जेईई मैंस जनवरी-2020 के परिणामों को भुलाकर आगामी अप्रैल कैंप के लिए जुट जाना चाहिए।