चम्बल की दोनों नहरों में जल प्रवाह बंद
सीएडी प्रशासन ने तीनों जिलों की रिपोर्ट के बाद पानी बंद करने का लिया निर्णय
चम्बल की दोनों नहरों में जल प्रवाह बंद
कोटा. हाड़ौती में तीन दिन पहले ही जोरदार बारिश से खरीफ की फसलों में पानी की मांग पूरी हो गई है। इसके चलते पिछले 13 दिन से चल रही चम्बल की दोनों नहरों में जल प्रवाह बंद करने का निर्णय किया है। बाईं मुख्य नहर में सोमवार रात 11 बजे जल प्रवाह बंद कर दिया गया वहीं दाईं मुख्य नहर में मंगलवार सुबह पानी बंद कर दिया है। पिछले दिनों मानसून की बेरुखी से सोयाबीन व अन्य फसलों को पानी की सख्त जरूरत थी। किसानों ने नहरी पानी छोडऩे की लोकसभा अध्यक्ष से भी गुहार लगाई थी। इसके बाद 16 सितम्बर को चम्बल की दाईं और बांई मुख्य नहर में जल प्रवाह शुरू किया था। बाईं मुख्य नहर में सोमवार को 1000 क्यूसेक पानी चल रहा था, जिसे रात 11 बजे बंद करने का आदेश जारी कर दिया गया है। दाईं मुख्य नहर में 3500 क्यूसेक से जल प्रवाह घटाकर 2500 क्यूसेक कर दिया। अब दाईं मुख्य नहर में मंगलवार सुबह पानी बंद कर दिया है। रबी की फसलों के लिए पानी देने से पहले नहरों की युद्ध स्तर पर सफाई करवाई जाएगी, ताकि निर्बाध रूप से जल प्रवाह हो सके। सीएडी के क्षेत्रीय विकास आयुक्त के.सी. मीणा ने नहरों की सफाई तुरंत करवाने के निर्देश दिए हैं।