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कोटा में बच्चों की मौत का मामला:चिकित्सा मंत्री ने ढाई घंटे तक किया अस्पताल का निरीक्षण, लगाया ये आरोप

जेके लोन अस्पताल में लगातार हो रही बच्चों की मौत के बाद शुक्रवार को कोटा पहुंचे चिकित्सा मंत्री डॉ रघु शर्मा और जिले के प्रभारी मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने करीब ढाई घंटे तक जेकेलोन अस्पताल का निरीक्षण किया और अधिकारियों की बैठक ली।

कोटाJan 03, 2020 / 08:12 pm

Kamlesh Sharma

कोटा में बच्चों की मौत का मामला:चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने ढाई घंटे तक किया अस्पताल का निरीक्षण, लगाया ये आरोप
कोटा। जेके लोन अस्पताल में लगातार हो रही बच्चों की मौत के बाद शुक्रवार को कोटा पहुंचे चिकित्सा मंत्री डॉ रघु शर्मा और जिले के प्रभारी मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने करीब ढाई घंटे तक जेकेलोन अस्पताल का निरीक्षण किया और अधिकारियों की बैठक ली।
चिकित्सा मंत्री डॉ रघु शर्मा ने जेके लोन अस्पताल का जायजा लेने के बाद पत्रकारों से कहा कि बच्चों की जान जाने में जिस भी अधिकारी की लापरवाही होगी, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। अस्पताल में बजट की कोई कमी नहीं थी। इसके बाद भी उपकरण क्यों नहीं खरीदे गए। इसकी जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि पिछली सरकार के समय 2015 में इस अस्पताल में संसाधन जुटाने के लिए 8 करोड़ मांगे थे उसकी स्वीकृति नहीं मिली। इसी तरह 2016 में 9 करोड़ 25 लाख रुपए लिखित में मांगे थे, वो नहीं मिले। 2017 में 20 करोड़ मांगे थे व्यवस्थाओं में सुधार के लिए मांगे, लेकिन राशि नहीं मिली।
उन्होंने कहा, इससे पहले जब 2012 में जब कांग्रेस की सरकार थी तब 60 बेड गायनिक के और 60 बेड पीडियाट्रिक्स के स्वीकृत किए थे। कुल 120 बेड स्वीकृत हुए थे। इनके लिए 5 करोड़ का बजट स्वीकृत हुआ, इसी बीच सरकार बदल गई और 5 करोड़ में से केवल 1.7 करोड़ जारी किए गए। केवल 45 बेड गायनिक के ही उपलब्ध हुए।
ये बेड कहां गए, ये किससे पूछें। आज वे बेड होते तो आज सवाल उठता कि एक बेड पर दो बच्चे हैं। जो 60 बेड की वित्तीय स्वीकृति जारी कि वो कहां गए। अभी यहां 42 बेड हैं, यदि 60 बेड जो हमारी सरकार ने स्वीकृत किए वो होते तो ये नौबत नहीं होती। स्वीकृत बजट को किसी से छिप नहीं सकता। 15 बेड गायनिक की कम हो गए और 60 बेड बच्चे के होते तो ये दिक्कत नहीं होती।
मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि पूरी दुनिया जानती है कि राजस्थान एक ऐसा राज्य है जो चिकित्सा सुविधाओं, मुफ्त दवाओं और मुफ्त चिकित्सा उपचार में सबसे आगे है। बीजेपी को इस मामले पर राजनीति नहीं करनी चाहिए।
मंत्री के दौरे के पहले अस्पताल का कायाकल्प हुआ
चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा व जिला प्रभारी मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के अस्पताल में दौरे से पहले जेके लोन अस्पताल का कायाकल्प बदल दिया। अस्पताल के सभी वार्ड में पुताई और सफाई की गई। अस्पताल परिसर में झाड़ू लगाना शुरू किया। पिछले 1 साल से झाड़ू नहीं लगा। नगर निगम से खासतौर से सफाई कर्मचारियों को बुलाया गया है। बेड पर नई चादरें बिछा दी गईं। यहां तक कि सुबह 8 बजे ही सभी डॉक्टर अपने कमरों में पहुंच गए।
भाजपा युवा मोर्चा का विरोध प्रदर्शन
भारतीय जनता युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं ने चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा के कोटा उसने को लेकर जेके लोन अस्पताल के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। हालांकि पुलिस ने सतर्कता बरतें हुए कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया और आरएसी की गाड़ी में बैठाकर ले गए। भाजपा युवा मोर्च कार्यकर्ताओं का कहना था कि जेके लोन अस्पताल में 100 बच्चों की मौत के बाद सरकार जागी है, यह सरकार के माथे पर कलंक है,चिकित्सा मंत्री को तुरन्त एक्शन लेकर व्यवस्था सुधारने चाहिए थी। लेकिन वह नहीं आए ओर न एक्शन लिया, अब सो मौतों के बाद कोटा आ रहे हैं।
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