हालांकि ऊर्जा सचिव संजय मल्होत्रा व राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम के सीएमडी एन.के.कोठारी ने विद्युत भवन में कोटा थर्मल बचाओ संघर्ष समिति के प्रतिनिधिमण्डल से मुलाकात की। दोनों अधिकारियों ने प्रतिनिधिमण्डल को आश्वासन दिया कि कोटा थर्मल की किसी भी इकाई को स्थाई रूप से बंद नहीं किया जाएगा। इस बिजलीघर को निजी हाथों में भी नहीं दिया जाएगा, लेकिन प्रतिनिधिमण्डल ने अपनी बात दोहराते हुए कहा कि जब तक लिखित आश्वासन नहीं मिलता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। ऊर्जा सचिव ने बताया कि ऊर्जा राज्यमंत्री बाहर हैं, लेकिन उन्हें मंगलवार को जयपुर आना था, लेकिन किसी कारणवश नहीं आ पाए। अब 24 अप्रेल को समिति से मिलने का कार्यक्रम तय किया गया है।
ऊर्जा सचिव ने दिया था न्यौता सोमवार को कोटा आए ऊर्जा सचिव संजय मल्होत्रा ने कोटा थर्मल बचाओ संघर्ष समिति के प्रतिनिधिमण्डल की इस मांग को स्वीकर करते हुए कि कोटा थर्मल की किसी इकाई को बंद नहीं करने तथा बिजलीघर को निजी हाथों में नहीं सौंपने का राज्य सरकार की ओर से समिति को लिखित आश्वासन दिया जाएगा, ऊ र्जा राज्यमंत्री से मुलाकात तथा लिखित में देने के लिए मंगलवार को जयपुर बुलाया था। प्रतिनिधिमण्डल में समिति के संयोजक रामसिंह शेखावत, सह संयोजक शिवपाल चौधरी, आजाद शेरवानी, चंद्रशेखर चौधरी, राकेश डगोरिया, डीपी मिश्रा समेत कई पदाधिकारी मौजूद थे।