नाहरसिंह की रिपोर्ट के बाद कोटा जीआरपी निरीक्षक के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया। इसमें तीन आरोपियों जुनैद आलम, इब्राहिम के बारे में पीएनआर के आधार पर तस्दीक करवाई गई। इसके बाद टीम ने दिल्ली, गाजियाबाद, आगरा, रतलाम में मुखबिरों के माध्यम से आरोपियों की तलाश करवाई। सीसीटीवी फुटेज भपी खंगाले। इसके अलावा जहरखुरानी से जुड़ी गैंगों के सदस्यों से पूछताछ व कॉल डिटेल के आधार पर वारदात करने वाले पांच जने मोहम्मद सफर, मोहम्मद जुनैद आलम, मोहम्मद इब्राहिम, मोहम्मद जहीर, मोहम्मद समसुल को चिन्हित किया। गैंग के दो सदस्यों को बिहार के किशनगंज निवासी जुनैद (31) व इब्राहिम को गाजियाबाद दिल्ली से गिरफ्तार किया। वहीं तीन अन्य आरोपी भोपाल जेल में हैं।
जीआरपी ने रेलवे न्यायालय से शेष तीनों को प्रोडक्शन वारंट पर लेने के लिए वारंट जारी करवाया। पूछताछ में जुनैद ने कबूला कि उसने अपने साथियों के साथ मई 2018 में अमृतसर कोच्चिवली सम्पर्क क्रांति में भी चंडीगढ़ निवासी जैकब से एसी कोच में नशीला कोल्ड ड्रिंक पिलाकर सोने की चैन, सोने की अंगूठी, 16 हजार रुपए नकद, दो मोबाइल लूटे थे।
VIDEO:
टेबल पर फेंके पैसे, धक्का-मुक्की और शुरू हुआ पुलिस का लाठीचार्ज… पढि़ए पूरी खबर कई राज्यों में करते थे वारदात उन्होंने बताया कि आरोपी पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट, बिहार एवं उत्तराचंल की चलने वाली ट्रेनों में वारदातों को अंजाम देते थे।