कोटा. केईडीएल की विजिलेंस टीम ने प्रेमनगर प्रथम में अवैध रूप से आंकड़े डालकर बिजली बेचने वाले शख्स को धरदबोचा। टीम इंसुलेटेड आर्मर्ड केबल लगाने गई थी, इसी दौरान आरोपी आंकड़े डालकर बिजली चोरी करते दिख गया। पूछताछ में उसने पूरे शहर में बिजली चोरों का संगठित गिरोह चलाने की बात कबूली है।
टीम गुरुवार को उपखंड कार्यालय बी-1 के क्षेत्र प्रेमनगर प्रथम में इंसुलेटेड आर्मर्ड केबल बिछाने का काम कर रही थी। इसके बाद जहां केबल बिछती जा रही थी, सर्विस लाइन से जोड़े गए सप्लाई बॉक्स के जरिए हाथों-हाथ वैध कनेक्शन धारकों के कनेक्शन केबल जोडऩे का काम भी किया जा रहा था। टीम एक गली का काम पूरा कर जैसे ही पुराने तार वाले इलाके की ओर बढ़ी, एक शख्स वहां सीढिय़ां लगाकर आंकड़े डालते हुए दिखाई पड़ा।
टीम गुरुवार को उपखंड कार्यालय बी-1 के क्षेत्र प्रेमनगर प्रथम में इंसुलेटेड आर्मर्ड केबल बिछाने का काम कर रही थी। इसके बाद जहां केबल बिछती जा रही थी, सर्विस लाइन से जोड़े गए सप्लाई बॉक्स के जरिए हाथों-हाथ वैध कनेक्शन धारकों के कनेक्शन केबल जोडऩे का काम भी किया जा रहा था। टीम एक गली का काम पूरा कर जैसे ही पुराने तार वाले इलाके की ओर बढ़ी, एक शख्स वहां सीढिय़ां लगाकर आंकड़े डालते हुए दिखाई पड़ा।
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रंगे हाथ दबोचा
टीम ने इसकी सूचना तत्काल विद्युत विभाग की विजिलेंस टीम को दी, जो तत्काल मौके पर पहुंची और आरोपी को रंगे हाथ धरदबोचा। पकड़े गए व्यक्ति ने अपना नाम योगेश मेवाड़ा बताया। पूछताछ में पता चला कि वह लाइनमैन का काम करता है और 5-6 साल से आंकड़े डालकर 300 से 400 रुपए महीने लेकर लोगों को अवैध रूप से बिजली बेच रहा है। पूछताछ में पता चला कि शहर में पूरा गिरोह है, जो इसी तरह आंकड़े डालकर अवैध रूप से बिजली बेच रहा है। केईडीएल के कम्युनिकेशन ऑफिसर अशोक शर्मा ने बताया कि आंकड़े डालकर बिजली बेचने का अवैध कारोबार करने वाले व्यक्ति के खिलाफ विद्युत थाने में एफआईआर दर्ज कराई। इसके बाद विद्युत थाना पुलिस ने योगेश के खिलाफ विद्युत अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज कर, उसकी गिरफ्तारी के लिए उद्योग नगर थाना पुलिस को सूचित किया, इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस गिरोह के बारे में पूछताछ कर रही है।
रंगे हाथ दबोचा
टीम ने इसकी सूचना तत्काल विद्युत विभाग की विजिलेंस टीम को दी, जो तत्काल मौके पर पहुंची और आरोपी को रंगे हाथ धरदबोचा। पकड़े गए व्यक्ति ने अपना नाम योगेश मेवाड़ा बताया। पूछताछ में पता चला कि वह लाइनमैन का काम करता है और 5-6 साल से आंकड़े डालकर 300 से 400 रुपए महीने लेकर लोगों को अवैध रूप से बिजली बेच रहा है। पूछताछ में पता चला कि शहर में पूरा गिरोह है, जो इसी तरह आंकड़े डालकर अवैध रूप से बिजली बेच रहा है। केईडीएल के कम्युनिकेशन ऑफिसर अशोक शर्मा ने बताया कि आंकड़े डालकर बिजली बेचने का अवैध कारोबार करने वाले व्यक्ति के खिलाफ विद्युत थाने में एफआईआर दर्ज कराई। इसके बाद विद्युत थाना पुलिस ने योगेश के खिलाफ विद्युत अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज कर, उसकी गिरफ्तारी के लिए उद्योग नगर थाना पुलिस को सूचित किया, इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस गिरोह के बारे में पूछताछ कर रही है।