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विवादों में रानी मुखर्जी की मर्दानी-2: दुनिया में कोचिंग नगरी के रूप में विख्यात कोटा को आपराधिक नगरी बताने की कोशिश

Bollywood News, Mardaani 2: दुनियाभर में शैक्षणिक नगरी के तौर पर विख्यात कोटा को फिल्म मर्दानी 2 में आपराधिक नगरी बताने की कोशिशों का कोटा में विरोध तीखा होता जा रहा है।

कोटाNov 20, 2019 / 12:40 am

​Zuber Khan

विवादों में रानी मुखर्जी की मर्दानी-2: दुनिया में कोचिंग नगरी के रूप में विख्यात कोटा को आपराधिक नगरी बताने की कोशिश

कोटा. यशराज प्रोजक्शन की अभनेत्री रानी मुखर्जी ( Actresses Rani Mukerji ) की मुख्य भूमिका वाली फिल्म मर्दानी ( Bollywood movie mardaani 2 ) की काल्पनिक कहानी के जरिए दुनियाभर में शैक्षणिक नगरी ( Kota Coaching ) के तौर पर विख्यात कोटा को आपराधिक नगरी बताने की कोशिशों का कोटा में विरोध तीखा होता जा रहा है। फिल्म 13 दिसंबर को रिलीज होनी है, लेकिन इससे पहले ही कोटा ने एक सुर में इसके प्रदर्शन पर रोक लगाने की मांग जोर पकडऩे लगी है।
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शहर के एडवोकेट विवेक नंदवाना ने बताया कि फिल्म बनाना अलग बात है, इससे शहर के हित प्रभावित होते हैं तो लोगों की भावनाएं भी आहत होती है। फिल्मकार अपनी फिल्म में कुछ भी दिखाने को अभिव्यक्ति की आजादी से जोड़ते हैं। शायद वे खुश भी होंगे, जिस कंट्रोवर्सी की उन्हें तलाश रहती है। वह कोटा में विरोध के बाद मिल भी गई होगी।

सवाल यह है कि कोटा में देश भर के बच्चे आते हैं। उनके माता पिता इस शहर पर भरोसा कर उन्हें यहां भेजते हैं। इन बच्चों द्वारा खर्च किए गए धन से ही यहां हजारों लोगों के रोजगार का सृजन होता है। कोटा में अपराध दिखा कर वे देश भर को यह संदेश तो दे ही देंगे कि कोटा में उनके बच्चे सुरक्षित नहीं होंगे। वे फिल्म के आधार पर धारणा बनाएंगे, कोटा आ कर यहां का क्राइम रिकार्ड नहीं देखेंगे। पिछले कुछ सालों से दूसरे शहरों के कोचिंग संचालक कभी कोटा में होने वाले सुसाइड को तो कभी यहां के कथित अपराध को हवा दे कर देश भर के अभिभावकों को यह बताना चाहते हैं कि कोटा रहने लायक शहर नहीं है।
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फिल्म का विषय और कोटा का नाम इस अफवाह को हवा देगा। किसी भी अभिव्यक्ति की आजादी अगर दूसरे के हितों को बडा नुकसान करे तो विचार किया जाना चाहिए। क्यों कि शिक्षा नगरी की साख कोटा से बहुत सालों में हजारों छात्रों को सफलता दिला कर पाई है।

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