जानकारी के अनुसार, मुजरिम पर करीब सात लाख रुपए का कर्ज था। वह सट्टे का भी शौकीन था। घर में कलह और बाजार में रुपए के तकाजे के गुस्से में आकर उसने अपना ही घर उजाड़ दिया था। शाकिर ने पूछताछ के दौरान बताया कि उसने मकान गिरवी रखा था और कर्ज के चलते आर्थिक तंगी से परेशान था। वह कर्ज चुकाने के लिए मकान बेचना चाहता था, लेकिन परिवार वाले राजी नहीं थे। इसी से नाराज होकर उसने हत्याकांड को अंजाम दे दिया।