फोरलेन पर फिर खोल दिए मौत के द्वार
खान ने बताया कि इस मामले में मुकदमा दर्ज होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं करने पर उन्होंने मानवाधिकार आयोग में शिकायत दी थी। जिस पर आयोग ने पूर्व मे प्रसंज्ञान लेते हुए पुलिस से जवाब मांगा था। पुलिस की ओर से दिए गए जवाब में रेहाना की मौत को प्राकृतिक बताया गया था। जिससे आयोग संतुष्ट नहीं हुआ। आयोग ने सोमवार को फिर से इस मामले में प्रसंज्ञान लेते हुए शहर पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर चार सप्ताह में रेहाना की मौत से संबंधित रिपोर्ट पेश करने को कहा है। जिसमें उसके इलाज से लेकर पोस्टमार्टम और बिसरा रिपोर्ट शामिल है।
गौरतलब है कि पुलिस ने इमरान को चोरी के मामले में गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन अभी तक चालान पेश नहीं किया है।