ज्योतिषाचार्य अमित जैन के अनुसार विरोधकृत संवत्सर शुरू होते ही नया आकाशीय मंत्रीमंडल भी सक्रिय हो जाएगा। संवत्सर के राजा सूर्य और मंत्री शनि रहेंगे। वित्त मंत्रालय और हरियाली का दायित्व चंद्रमा के पास रहेगा। पर्यटन को चंद्रमा के वित्तमंत्री और शुक्र के दुर्गेश होने से विशेष लाभ की संभावना है।
इसलिए 8 दिन के नवरात्र पंडितों के अनुसार 24 मार्च को सप्तमी तिथि सुबह 10.06 मिनट तक रहेगी। उसके बाद अष्टमी शुरू होगी, जो 25 मार्च सुबह 8.03 बजे तक रहेगी। इसके बाद नवमी शुरू होगी जो दूसरे दिन 26 मार्च को सुबह 5.54 बजे तक रहेगी। ज्योतिषाचार्य अमित जैन ने बताया नवमी तिथि दोनों ही दिन सूर्योदय को स्पर्श नहीं कर रही। उस तिथि का क्षय है। इसलिए अष्टमी-नवमी 25 मार्च को ही मनाई जाएगी।
सर्वार्थ सिद्धि योग में नवरात्र का शुभारंभ संयोग है कि नवरात्र का आरंभ और समापन दोनों ही रविवार के दिन होंगे। नवरात्र का शुभारंभ सर्वार्थ सिद्धि योग में होगा। यह योग सूर्योदय से रात 8.18 बजे तक रहेगा। समापन दिवस पर रामनवमी का शुभ मुहूर्त रहेगा।
कब-कब रहे आठ दिन के नवरात्र लगातार यह चौथा वर्ष है जब चैत्र नवरात्र आठ दिन के हैं। इससे पहले 2015 में 21 से 28 मार्च तक, 2016 में 8 से 15 मार्च तक और 2017 में 29 मार्च से 5 अप्रेल तक नवरात्र थे। जब दो तिथियां एक ही दिन होती हैं तो ऐसी स्थिति बनती है। इस वर्ष नवरात्र का शुभारंभ 18 और समापन 25 मार्च को होगा। इसमें आखिरी दिन अष्टमी व नवमी तिथि एक ही दिन रहेगी।
नए वर्ष के संकेत मेष- रुके हुए कार्य में सफलता के संयोग।
वृषभ-उन्नति की राह आसान। मिथुन- स्वास्थ्य पर ध्यान देना होगा।
कर्क- व्यवसाय में समझदारी से निवेश करें। सिंह- शुभ कार्यों के अवसर मिलेंगे।
कन्या-जॉब में प्रगति की उम्मीद।
वृषभ-उन्नति की राह आसान। मिथुन- स्वास्थ्य पर ध्यान देना होगा।
कर्क- व्यवसाय में समझदारी से निवेश करें। सिंह- शुभ कार्यों के अवसर मिलेंगे।
कन्या-जॉब में प्रगति की उम्मीद।
तुला- कार्य में रुकावट आ सकती है।
वृश्चिक- यात्रा व व्यापार में उन्नति के आसार। धनु-शिक्षा में व्यवधान हो सकता है।
मकर- यात्रा के प्रबल योग रहेंगे। कुंभ- शत्रु पर विजय।
मीन -भवन आदि नए निर्माण की उम्मीद।
वृश्चिक- यात्रा व व्यापार में उन्नति के आसार। धनु-शिक्षा में व्यवधान हो सकता है।
मकर- यात्रा के प्रबल योग रहेंगे। कुंभ- शत्रु पर विजय।
मीन -भवन आदि नए निर्माण की उम्मीद।