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NEET UG: नीट यूजी में छात्राओं का दबदबा, बढ़ रही बेटियों में डॉक्टर बनने की चाह

NEET UG 2024: देश की बेटियों में डॉक्टर बनने की चाह बढ़ रही है। मेडिकल प्रवेश परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों की संख्या हो या सफलता का आंकड़ा दबदबा छात्राओं का ही है।

कोटाMar 29, 2024 / 03:34 pm

Omprakash Dhaka

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अभिषेक गुप्ता
Kota News: देश की बेटियों में डॉक्टर बनने की चाह बढ़ रही है। मेडिकल प्रवेश परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों की संख्या हो या सफलता का आंकड़ा दबदबा छात्राओं का ही है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनटीए) के आंकड़ों में यह तथ्य सामने आया है। नीट यूजी में शामिल होने वाले एवं क्वालिफाई करने वालों में छात्राओं की संख्या छात्रों से 1.5 से 2 लाख अधिक ही रही है। परीक्षा में इस वर्ष 24 लाख विद्यार्थी बैठेंगे, जिसमें छात्राओं की संख्या 13 लाख के करीब हो सकती है।

 

मेडिकल को मानती हैं सम्मानजनक पेशा
एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि फीमेल कैंडीडेट्स का मानना है कि मेडिकल क्षेत्र, इंजीनियरिंग के सापेक्ष अधिक उपयुक्त, सुविधाजनक व सुरक्षित है। इस पेशे में मान-सम्मान भी अधिक है। इंजीनियरिंग क्षेत्र को छात्राएं सुविधाजनक व सुरक्षित नहीं मानती हैं। छात्राओं की भागीदारी जानने के लिए इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो पता चलता है कि पिछले कई वर्षों से छात्राओं की संख्या छात्रों से सापेक्ष 50 प्रतिशत भी नहीं है।

 

हर चौथा चयनित स्टूडेंट कोटा से
नीट परीक्षा के चयन में देश में कोटा का पिछले कई सालों से दबदबा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि देश के किसी भी शहर में सबसे अधिक चयन वाले शहरों में कोटा अव्वल है। नीट सलेक्शन में हर चौथा स्टूडेंट कोटा कोचिंग का होता है। 2022 में कोटा ने नीट में ऑल इंडिया टॉपर भी दिया था।

 

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नीट यूजी के आंकड़े
2022 छात्रा छात्र
शामिल 10.01 7.6
सफल 5.6 4.2

2023 छात्रा छात्र
शामिल 11.5 8.8
सफल 6.5 4.9

(आंकड़े लाख में)

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