इस कारण कोरोना उनके आसपास ही है। ढिलाई के साथ लापरवाही देखने को मिल रही है। इस कारण स्कू लों में कोरोना पहुंचने लगा है। शिक्षक व बच्चे मास्क में नजर नहीं आ रहे है। हाथों को सेनेटाइज नहीं किया जा रहा है। दूरी की पालना नहीं की जा रही है। इससे लगातार बच्चे पॉजिटिव आ रहे है। कई विद्यार्थी बाहर एक बाइक पर तीन से चार जने बैठकर घूमते नजर आते है। जब तक वैक्सीन नहीं लगती तब तक शिक्षा अधिकारियों व स्कू ल प्रशासन को सख्ती अपनानी पड़ेगी।
हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, शनिवार को कोटा जिले में 21 जने कोरोना पॉजिटिव मिले है। इनमें से 15 विद्यार्थी पॉजिटिव आए है। इनमें बोरखेड़ा प्रतापनगर निजी स्कू ल से 9, बालाकुंड निजी स्कू ल से 2 व किशोरपुरा निजी स्कू ल से 4 विद्यार्थी पॉजिटिव पाए गए है।
इससे पहले भी बीते एक पखवाड़े से स्कू लों में दो से पांच बच्चे पॉजिटिव मिल रहे है। साथ ही बाहर से आने वाले कोचिंग विद्यार्थी भी पॉजिटिव मिल रहे है। हालांकि सबसे खास बात यह है कि उन्हें नेगेटिव रिपोर्ट के बिना प्रवेश नहीं दिया जा रहा है।
गौरतलब है कि राज्य सरकार ने 18 जनवरी से स्कू ल, कॉलेज व कोचिंग खोल दिए है। इसकी गाइड लाइन भी जारी की गई है। उसी की अनुपालना में ये खोले गए है, लेकिन स्कू लों में लापरवाही के कारण विद्यार्थी एकाएक कोरोना पॉजिटिव आने लगे है। इससे चिंता का विषय बनता जा रहा है।