पूर्व पार्षद जिग्नेश शाह, रूपनारायण यादव, नंदकिशोर नागर ने बताया कि एक-डेढ दशक पहले विज्ञान नगर में भी छह इंची सीवेरज लाइन डाली गई थी, अब विज्ञान नगर में यह स्थिति है कि सीवरेज लाइन चॉक हो चुकी है।
सीवरेज लाइन हो गई फेल भाजपा शासन ने शहर की सीवरेज लाइन को धाकडख़ेड़ी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट से जोडऩे के लिए सीमेंटेड पाइप लाइन बिछाई थी। यह सीवरेज लाइन पूरी तहर फेल हो गई। स्थिति यह है कि इस सीवरेज लाइन में नहर के सीपेज का पानी भरकर बह रहा है, जो रायपुरा नाले में गिर रहा है।
घर में भी सीवरेज लाइन 4 से 6 इंच की जाती है। हॉस्टल में बड़ी आकार की सीवरेज लाइन डाली जाती है। विज्ञान नगर, दादाबाड़ी में पहले 9 से 12 इंची सीवरेज लाइन डाली गई थी, लेकिन वह सुचारू नहीं चल पाई। विज्ञान नगर की समस्या सबके सामने है। नई सीवरेज लाइन शहर में सघन आबादी व मकानों को देखते हुए कम से कम 12 इंची बिछाई जानी चाहिए। जब पानी की ही पाइप लाइन एक मीटर चौडा़ई की बिछाई जाती है तो सीवरेज लाइन 9 से 10 इंच की क्यों? सीवरेज लाइन की शुरुआत ही एक मीटर चौड़ी पाइप लाइन से होना चाहिए।
मानकों के अनुरूप ही सीवरेज लाइन बिछाई जा रही है। पहले प्वॉइंट पर ही कम से कम नौ इंची लाइन बिछाई जा रही है। इसलिए कोई समस्या नहीं आएगी।
अशोक कुमार जैन, अधीक्षण अभियंता, आरयूआईडीपी