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प्राप्त जानकारी के अनुसार गरीब नवाज कॉलोनी में रहने वाली फरीद बी स्वयं सहायता समूह चलाती हैं। इस समूह में छह महिलाएं शामिल हैं। समूह से जुड़ी महिलाओं को 25- 25 हजार रुपए बुधवार को दिए जाने थे। फरीदा बी के साथ महिलाओं का समूह एचडीएफसी बैंक शाखा में पहुंचा। लंच के बाद फरीदा ने डेढ़ लाख रुपए बैंक से निकलवाए। फिर सहायता समूह के फील्ड ऑफिसर बैंककर्मी नरेश नामदेव ने यह राशि कमरा नं 8 में लगी टेबल पर रखने की बात कही।
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इस पर फरीदा ने राशि टेबल पर रखी और कमरे से बाहर आ गई। उस समय अन्य समूह को राशि दी जा रही थी। कुछ समय बाद फरीदा के स्वयं सहायता समूह की महिलाओं का नम्बर आया तब फरीदा को बुलाया गया। लेकिन वहां डेढ़ लाख में से सिर्फ 30 हजार की रकम टेबल पर होने की बात बताई गई। आनन-फानन में बैंक में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो कमरा नं 8 से दो युवक बाहर जाते नजर आए। देर रात तक तक यह कार्यवाही चली। पुलिस ने फुटेज देखे इसके बाद फरीदा की रिपोर्ट पर प्रकरण दर्ज किया गया। गुरुवार को भी बैंक के बाहर लगे कैमरे खंगाले गए। यहां दो युवकों को घटना के समय एक छोटी गली में जाते हुए दिखे लेकिन इनके चेहरे कैमरे में नहीं आए। OMG. अपने ही बने कातिल: हाड़ौती में खून से सन रहे अवैध प्रेम-संबंध
तीसरी वारदात
इससे पहले भी नगर में भारतीय स्टेट बैंक की शाखा में रकम जमा कराने आए भानपुरा निवासी रघुनाथ धाकड़ के बैग में रखी 40 हजार की राशि दो युवक लेकर चंपत हो गए थे। बैंक में लगे सीसीटीवी फुटेज में दोनों के चेहरे स्पष्ट दिखाई नहीं दिए थे। इन्हीं दोनों युवकों ने इसी दिन 21 मिनट के अंतराल में रामसिंह गुर्जर के कपड़े पर कीचड़ डालकर बैग में रखी 30 हजार की राशि पर हाथ साफ किया था। 4 अक्टूबर को हुई इन घटनाओं में पुलिस को अब तक ठोस सबूत हाथ नहीं लगे।