शारदा ने बताया कि सीबी गार्डन में मॉनिंग वॉक के दौरान कुछ लोगों को बिना नियम कायदे एक्सरसाइज करते देखा तो उन्होंने अपने गुरु योगाचार्य पं. बिरधीचन्द शास्त्री के साथ गार्डन में लोगों को नि:शुल्क योग सिखाना शुरू किया ताकि सही तरीके से योग करने पर नुकसान न हो। शुरूआत में 10 लोग जुड़े फिर धीरे-धीरे आंकड़ा 200 तक पहुंच गया। उन्होंने शहर के विभिन्न गार्डनों व अखाड़ों में शिविर लगाए। लेकिन कोरोना संक्रमण व लॉकडाउन के चलते शिविर बंद हो गए तो उन्होंने नि:शुल्क ऑनलाइन योग सिखाना शुरू कर दिया।
शारदा ने बताया कि सबसे पहले दौड़ और उसके बाद पीटी करनी चाहिए। इसे बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक कर सकते है। इसके करने से कोई नुकसान नहीं होता। इसके बाद सभी प्रकार के योग व प्राणायाम करना सिखाते है। इसके साथ ही सदियों पुराने योग यानि दण्डासन (देशी दण्ड) व उठक-बैठक (बैठकासन) सिखाते है। उन्होंने बताया कि दण्डासन से अंगूठे से सिर तक की एक्सरसाइज, एक्यूप्रेशर व प्राणायाम व श्वास की क्रियाएं हो जाती है। इसके बाद शरीर की सरसों, तिल्ली या जैतून के तेल से स्वयं द्वारा मालिस करना सिखाते है। इसके साथ ही अखाड़ों में वैटलिफ्टिंग, पैरेललबार, मुक्कदर घुमाना, लकड़ी घुमाना आदि क्रियाएं भी ऑनलाइन सिखा रहे है।