कोटा. गर्मी के सीजन में विद्यालयों की छुट्टियाें के चलते यात्री रेलगाडि़यों में कन्फर्म बर्थ मिलना मुश्किल हो रहा है। सामान्य श्रेणी के कोचों में भी यात्रीभार बढ़ गया है। इन दिनों कोटा मंडल से हर रोज औसत 1 लाख यात्री सफर कर रहे हैं। ज्यादातर ट्रेनों की पूरी एक्यूपेंसी का उपयोग हो रहा है। कई ट्रेनों में भीड़ के चलते पुरुष यात्री महिला कोचों में सफर कर रहे हैं। रेलवे सुरक्षा बल की ओर से ऐसे यात्रियों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है। पिछले माह 3 से 31 मई 2022 तक देशभर में महिला कोचों की सफर करने पर 7 हजार पुरुष यात्रियों के खिलाफ रेलवे एक्ट के तहत कार्रवाई की गई। कोटा जंक्शन पर महिला कोचों की निगरानी आरपीएफ कर रही है।बान्द्रा से बरौनी जाने वाली अवध एक्सप्रेस में किसी भी श्रेणी में बर्थ उपलब्ध नहीं हो रही है। आरक्षण केन्द्र पर आई आगरा निवासी मंजू ने बताया कि वह कई दिनों से कन्फर्म बर्थ के लिए प्रयास कर रही हैं, लेकिन तत्काल कोटे में भी बर्थ उपलब्ध नहीं हो रही है। अमृतसर से बान्द्रा जाने वाली स्वर्ण मंदिर मेल जब रविवार को कोटा जंक्शन पर पहुंची तो स्लीपर कोचाें में दरवाजे तक यात्री खड़े होकर सफर कर रहे थे। वहीं एसी कोचों में भी लंबी प्रतीक्षा सूची होने के कारण बहुत से यात्री शौचालय के पास खड़े हुए थे। मेवाड़ एक्सप्रेस सहित कई ट्रेनों में कन्फर्म बर्थ उपलब्ध नही है। वहीं उत्तर प्रदेश की ओर जाने वाली गाडि़यों में ज्यादा भीड़ है।