रावतभाटा. रावतभाटा के पास तमलाव गांव में एक साथ चार बेटियों की अर्थी निकली तो सब रो पड़े। पूरे इलाके में कोहराम मच गया। मृतकों में सुरेन्द्र सिंह की पुत्री निशा (22) और आशा (24) और हेमेन्द्र सिंह की पुत्री निकिता (18) और चिंकी (16 ) शामिल हैं। बेगंू विधायक राजेन्द्र सिंह विधुड़ी और प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे।
पहले एक डूबी उसे बचाने में तीन बहनें डूब गई
ग्राम तमलाव निवासी हेमेन्द्र सिंह की दो बेटियां और भाई सुरेंद्र सिंह राजपूत की बेटियां सुबह 11.30 बजे खुद के खेत में बने तालाब में नहाने गई थीं। वहां एक बहन का पैर फिसलने से गहरे तालाब में डूबने लगी। उसे बचाने के प्रयास में तीन बहनें भी तालाब के गहरे पानी में समा गईं। दोपहर तक भी उनके घर नहीं लौटने पर परिजन तालाब पर पहुंचे तो उनके डूबने का पता चला। इसके बाद मामले की सूचना पुलिस को दी गई। चारों बहनों का उपवास था, इसलिए वे खाना भी साथ लेकर गई थीं। वे मोबाइल, चप्पल और खाने का टिफिन बाहर छोड़कर नहाने गई थी। काफी देर बाद वहां सिंघाड़े की खेती करने वाले व्यक्ति ने तलाब के बाहर यह सामान देखा तो घरवालों को सूचना दी। इसके बाद ग्रामीणों की मदद से उन्हें बाहर निकाला गया, तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।
उपखंड अधिकारी मुकेश मीणा, डीएसपी झाबरमल, सीआई राजाराम गुर्जर मौके पहुंचे। उन्होंने कहा प्रशासन की ओर से जो भी मदद होगी, वह दिलवाई जाएगी। चित्तौडगढ़़ जिला कलक्टर ताराचंद मीणा दाह संस्कार स्थल पर पहुंचे। उन्होंने सुरेंद्र सिंह और हेमेंद्र सिंह से जानकारी ली और उन्हें ढांढ़स बंधाया।
भैंसें निकालने आहू नदी में उतरे दो भाइयों की डूबने से मौत
सुनेल (झालावाड़) जिले के आकोदिया गांव में शनिवार सुबह करीब 11 बजे भैंस चराकर आ रहे दो सगे भाइयों की आहू नदी में डूबने से मौत हो गई। सूचना पर तुरंत पुलिस और राजस्व विभाग की टीम पहुंची और ग्रामीणों के साथ रेस्क्यू किया। इसमें दोनों बालकों के शव मिले।
थानाधिकारी मनसीराम विश्नोई ने बताया कि अकोदिया गांव निवासी कालूलाल गुर्जर परिवार के साथ रहता है और खेती का काम करता है। उसके दोनों बच्चे आनंद (7) और विकास (12) सुबह भैंसों को चराने घर से निकले थे। दोपहर करीब ग्यारह बजे दोनों बच्चे आहू नदी के पास भैंसें चरा रहे थे। तभी भैंसें नदी में उतर गई। पानी में बैठी भैंसों को बाहर निकलने के लिए आनंद पानी में उतरा और डूबने लगा। उसे बचाने के लिए बड़ा भाई विकास भी पानी में कूद गया। दोनों तैरना नहीं जानते थे। इस वजह से नदी में डूब गए। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। गोताखोरों व ग्रामीणों ने नदी में तलाश की। शाम चार बजे विकास का शव मिल गया। आनंद का शव भी करीब साढ़े पांच बजे मिला। बच्चों के माता-पिता और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। गांव में मातम छा गया। पुलिस ने दोनों बच्चों का सुनेल चिकित्सालय में पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंपा।
कुएं में गिरे भाई-बहन, भाई की मौत
कोटा जिले के चेचट थाना क्षेत्र के गांव हथौना में शनिवार को भाई-बहन कुएं से पानी भरने गए थे। पैर फिसलने से दोनों कुएं में गिर गए। इनमें से आठ वर्षीय भाई की डूबने से मौत हो गई। बहन कुएं की सीढ़ी पकड़ कर बाहर निकल गई। सूचना पर मौके पर पंहुचे ग्रामीणों ने गोताखोर की सहायता से चार घंटे की मशक्कत के बाद शव को निकाला।
पुलिस के अनुसार हाथौना निवासी रामलाल गुर्जर का आठ वर्षीय पुत्र गणेश व दस वर्षीय बालिका पानी भरने गए थे। कुएं में सीढ़ी उतरते समय पैर फिसलने से दोनों गिर गए। बालिका तो कुएं की सीढ़ी से बाहर आ गई, लेकिन बालक गणेश कुएं में डूब गया। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंपा।