प्राप्तांक स्कीम के अनुसार परिणाम जारी होगा आरटीयू के उप कुलसचिव नीरज जैन ने बताया कि 2006 से 2011 तक के विद्यार्थी बीटेक, बीआर्क, बीएचएमसिटी, एमबीए व एमसीए के समस्त 1,3,5 व 7वें सेमेस्टर में अवधि से दुगुनी अवधि होने के बावजूद परीक्षा पास नहीं कर सके। विद्यार्थियों की सुविधा को देखते इन्हें ये अंतिम अवसर दिया गया। परीक्षा सात डिविजन जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, कोटा, अजमेर, अलवर, बीकानेर पर हो रही है। प्रश्न पत्र भी 3 घंटे की जगह 2 घंटे का किया और छात्रों से 5 की जगह 3 ही सवाल पूछे गए। सबसे खास बात यह कि आरटीयू प्राप्तांक स्कीम के अनुसार परिणाम जारी करेगा।
क्या है मर्सी एक्जाम यदि किसी कारण से कोई विद्यार्थी तय समय में सभी विषय पास नहीं कर पाता है तो विवि के नियमों के अनुसार ऐसे विद्यार्थियों के भविष्य को देखते हुए उन्हें एक अतिरिक्त मौका दिया जाता है, यानी 8 साल में डिग्री पूरा करने का समय दिया जाता है। उसमें जो विद्यार्थी डिग्री पूरी नहीं कर पाते है। उनको यह अतिरिक्त मौका दिया जाता है। मर्सी एग्जाम में विद्यार्थी बचे हुए पेपर की परीक्षा दे सकता है और डिग्री हासिल कर सकता है। पिछले दिनों मर्सी एक्जाम नहीं करवाने को लेकर विद्यार्थियों के विरोध के स्वर भी उठे थे। परीक्षा करवाने को लेकर परीक्षा नियंत्रक को ज्ञापन भी दिया था।
इनका टाइम टेबल भी जारी इन्हीं समस्त विषयों के 2,4,6 व 8 सेमेस्टर की परीक्षा को लेकर भी टाइम टेबल जारी कर दिया गया। इनकी परीक्षा भी 8 फरवरी से 20 फरवरी तक चलेगी। इसमें भी करीब 11 हजार विद्यार्थी शामिल होंगे। यह भी ऑफलाइन मोड पर ही होगी।
प्रेक्टिकल की परीक्षा भी एक फरवरी से आरटीयू प्रशासन ने तृतीय व चतुर्थ ईयर के विषम सेमेस्टर की प्रेक्टिकल की परीक्षा 1 फरवरी से करवाएगा। जबकि फरवरी के तीसरे सप्ताह में सैद्धांतिक परीक्षा करवाने की कार्य योजना बनाई गई है। परीक्षा को लेकर फार्म भरवाए चुके है।
आवेदन की अंतिम तिथि 1 फरवरी आरटीयू को सम सेमेस्टर की कुछ परीक्षाएं सितम्बर व अक्टूबर में करवानी थी, लेकिन उस समय आवेदन नहीं आ पाए थे। उनके परीक्षा फार्म भी भरवाए जा रहे है, उनकी
अंतिम तिथि 1 फरवरी है।